भारतीय टीम के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को उस समय निराशा हुई जब उन्हें आईपीएल मेगा नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिला। पडिक्कल का बेस प्राइस दो करोड़ रुपये था, लेकिन उन्हें किसी ने नहीं खरीदा। पडिक्कल को तब खुशी मिली थी, जब उन्हें शुभमन गिल के चोटिल होने पर रोका गया था। भारतीय टीम में वह शामिल हुए और दोनों पारियों में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की। हालांकि, वह कुछ खास नहीं कर सके। पहली पारी में वह खाता नहीं खोल सके, जबकि दूसरी पारी में 25 रन बनाए थे। पडिक्कल के लिए यह सही साबित नहीं हुआ और किसी टीम ने उन पर बोली नहीं लगाई। हालांकि, पडिक्कल घरेलू क्रिकेट में खूब रन बना चुके हैं और ऐसे में आखिर में एक्सलरेटेड ऑक्शन में उन पर बोली लग सकती है।
देवदत्त पडिक्कल इससे पहले लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए खेल रहे थे। देवदत्त पडिक्कल का जन्म सात जुलाई 2000 को हुआ था और वह फिलहाल 24 वर्ष के हैं। वह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2020 में अपना आईपीएल डेब्यू किया था। पडिक्कल ने अपने आईपीएल करियर में अब तक 64 मैच खेले हैं और 25.15 की औसत के साथ 1,559 रन बनाए हैं। उन्होंने एक शतक और नौ अर्धशतक भी लगाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम आईपीएल स्कोर 101* रन है। पडिक्कल ने अपने आईपीएल करियर में 169 चौके और 42 छक्के लगाए हैं। आईपीएल नीलामी 2024 में लखनऊ फ्रेंचाइजी ने 7.75 करोड़ रुपये में देवदत्त पडिक्कल की सेवाएं हासिल कीं थीं। मई 2024 को उन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मैच मुंबई के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में खेला था और खाता नहीं खोल सके थे।
वह 2023 में राजस्थान रॉयल्स के साथ थे और उससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम में थे। हालांकि, उनका सर्वश्रेष्ठ सीजन 2020 और 2021 में आया जब उन्होंने 200 से ज्यादा रन बनाए। वह नीलामी 2025 में अनसोल्ड रहने वाले पहले खिलाड़ी बने। इसी नीलामी में ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे भारतीय सितारों को क्रमशः 27 करोड़ रुपये और 26.75 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड राशि में खरीदा गया। डेविड वॉर्नर भी नहीं बिके। दिल्ली ने निर्धारित आईपीएल 2025 मेगा नीलामी से पहले वॉर्नर को रिलीज कर दिया था। वॉर्नर 2009 से इस कैश-रिच लीग का हिस्सा रहे हैं और उन्होंने अपने करियर में दो आईपीएल टीमों के लिए खेला है। इनमें दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद शामिल हैं।