लखनऊ। लाखों तीर्थयात्रियों को महाकुम्भ पहुंचाने में भारतीय रेल ने अपनी भूमिका नए सिरे से परिभाषित की है। परिवहन प्रदान करने के साथ ही रेलवे विश्वस्तरीय आतिथ्य सेवा भी सफलता पूर्वक संचालित कर रही है। महत्वपूर्ण उन्नयन के साथ रेलवे ने इस व्यापक धार्मिक आयोजन में प्रचालन तंत्र के नये मानक स्थापित किये है।
मण्डल के प्रयाग जं. फाफामऊ एवं प्रयागराज संगम में रेलवे के बुनियादी ढांचे मे उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। रेल द्वारा महाकुम्भ की तैयारियों में स्टेशनों को आरामदायक, सुविधाजनक और आध्यात्मिकता के जीवंत केंद्र में बदल दिया गया है। रेलवे स्टेशन जो केवल यात्रा एवं रेलगाड़ियों के ठहराव और आने-जाने का स्थान थे,अब तीर्थयात्रियों के स्वागत के प्रवेश द्वार में बदल गए हैं। AC वेटिंग हॉल, रिफ्रेशमेंट रूम, मोबाइल चार्जिंग कियॉस्क की सुविधा आरंभ किए जाने से यह स्थान अब यात्रियों की सुगमता पूर्ण स्थानों में परिवर्तित हो गए हैं। कलर कोडेड यात्री आश्रय गृह और दिशा संकेतकों जैसी सुविधाओं ने यात्रियों के लिए रास्ता समझना सरल बना दिया है। इससे तीर्थयात्रियों को मार्ग खोजने में सुगमता हो रही है। इन उन्नत सुविधाओं ने रेलवे स्टेशन पर तीर्थयात्रा के अनुभव को और अधिक सुखद बनाया हैं। जैसे ही कोई श्रद्धालु रेलगाड़ी से उतरता है तो उसे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सभी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।
प्रयाग जं. फाफामऊ एवं प्रयागराज संगम स्टेशनों पर लाखों तीर्थयात्रियों प्रतिदिन आ रहे है, इतनी बड़ी संख्या में लोगों को आश्रय और सेवाएँ प्रदान करना चुनौती पूर्ण काम है। लखनऊ मण्डल ने इस कार्य को देखते हुए, 08 नए यात्री आश्रय गृहों के निर्माण एवं स्टेशनों को 15,000 से अधिक यात्री क्षमता वाला बनाया गया है, इसके अतिरिक्त, नए प्लेटफ़ॉर्म के निर्माण से कुल 08 प्लेटफॉर्म हो गए हैं, और तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर पहुंच सुनिश्चित हुई है। शौचालय, पेयजल सुविधा, बेबी फीडिंग रूम, व्हीलचेयर सेवाओं के साथ “May I Help You” बूथ और चिकित्सा जांच कक्ष, जैसी उन्नत सुविधाएं भी यात्रियों के लिए उपलब्ध कराई गई हैं।
इसके अलावा, निर्बाध बिजली आपूर्ति और बैकअप सिस्टम से उच्च माँग के बावजूद सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित हुई हैं।यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष रूप से सुसज्जित इन स्टेशनों पर यात्रियों को सुगम और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिल रहा हैं। यह प्रयास समावेशिता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि हर कोई (बुजुर्गों से लेकर दिव्यांगजन तक) इस पवित्र आयोजन में सुगमता से भाग ले सके। यात्री सुरक्षा और संरक्षा के प्रति पूर्ण जागरूकता और सतर्कता ने इस विराट आयोजन में सम्मानित रेलयात्रियों के मन मस्तिष्क में भारतीय रेल के प्रति विश्वास और भरोसे की भावना को और अधिक दृढ़ किया है। साथ ही कर्मचारियों के शिष्ट, विनम्र तथा सौम्य आचरण और नवीन कार्यप्रणालियों ने रेलयात्रियों की सभी आकांक्षाओं को भी पूर्ण किया है
परंपरा को आधुनिकता के साथ जोड़ने के भारतीय रेल के प्रयासों ने एक ऐसा माहौल बना दिया है, जो उन्नत और आरामदायक होने के साथ ही मॉर्डन सुविधाओं से युक्त है। रेलवे, तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के साथ ही, उनके अनुभव को अभूतपूर्व बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। सार रूप में भारतीय रेल, महाकुम्भ के दौरान सुविधाओं के उन्नयन एवं अपनी नवीन कार्यपद्धतियों से आतिथ्य के नए मानक स्थापित कर रही है।