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एक दौर था, जब मेकर्स मानते थे कि मल्टी स्टारर फिल्म हिट की गारंटी है. उसी दौर में ‘डॉन’ और ‘दीवार’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले मनमोहन देसाई ने भी एक फिल्म बनाई. इस फिल्म में उन्होंने कई सितारों को एक साथ ले…और पढ़ें
कहानी 1988 में आई मल्टीस्टारर फिल्म की.
हाइलाइट्स
- हिट डायरेक्टर की साबित हुई महाफ्लॉप फिल्म.
- 21 साल छोटी एक्ट्रेसेस के साथ एक्टर ने दिए थे इंटीमेट सीन.
- फिल्म के गानों को लोगों ने किया था पसंद, लेकिन कहानी रही फ्लॉप.
नई दिल्ली. अमिताभ बच्चन, जितेंद्र से लेकर ऋषि कपूर तक 70-80 के दशक में कई सितारे आए, जिन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दीं. सलीम-जावेद की राइटर जोड़ी की तरह कुछ डायरेक्टर्स के भी स्टार्स फेवरेट हुआ करते थे. कुछ उन्हें अपना लकी चार्म मानते थे, तो उन्हें हिट की गारंटी समझता था. अमिताभ बच्चन भी उन्हीं स्टार्स में से एक रहे हैं. प्रकाश मेहरा की तरह मनमोहन देसाई के भी वो फेवरेट रहे. साल 1988 में वह एक मल्टीस्टारर फिल्म लेकर आए, जिसके वो अमिताभ-जितेंद्र-ऋषि कपूर के साथ बनाना चाहते थे, लेकिन इस फिल्म के लिए दो नामी सितारों ने साफ-साफ मना कर दिया.
ये फिल्म कोई और नहीं बल्कि रोमांटिक एक्शन ड्रामा फिल्म ‘गंगा जमुना सरस्वती’ है. इस फिल्म को 23 दिसंबर 1988 को रिलीज किया गया. मनमोहन देसाई की फिल्मों में जबरदस्त एक्शन और धांसू डायलॉग के साथ बेहतरीन गानें भी शामिल होते थे. इस फिल्म को भी उन्होंने वैसे ही बनाना चाहा, लेकिन बदकिस्मती देखिए ये बतौर डायरेक्टर मनमोहन देसाई की आखिरी साबित हुई, जो महाफ्लॉप साबित हुई.
‘अमर अकबर एंथोनी’ की सफलता के बाद लिखी थी फिल्म
इस फिल्म से पहले मनमोहन देसाई और अमिताभ बच्चन की जोड़ी हिंदी सिनेमा को शानदार फिल्में दे चुकी थीं. बावजूद इसके ये फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में नाकामयाब रही. दरअसल, मनमोहन देसाई 1977 में आई फिल्म ‘अमर अकबर एंथोनी’ की सफलता के बाद ही ये फैसला किया था. अमिताभ बच्चन ‘गंगाराम’, जितेंद्र ‘जमुनादास’ और ऋषि कपूर ‘सरस्वतीचंद्र’ के किरदार के साथ फिल्म ‘गंगा जमुना सरस्वती’ करेंगे. जितेंद्र ने बीच में ही फिल्म छोड़ दी. जितेंद्र के जाने के बाद मिथुन चक्रवर्ती को फिल्म मिली.

साल 1988 में रिलीज हुई ती फिल्म.
मेकर्स पर उलटा पड़ दांव
इसके बाद फिल्म में काफी कुछ बदला गया. माना जाता है कि ये फैसला मेकर्स पर उलटा पड़ गया. मिथुन के किरदार के जुड़ने से ऋषि कपूर का फिल्म में कोई रोल नहीं रह गया. ऐसे में मेकर्स के पास उन्हें फिल्म से बाहर करने के अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं था और जिसका उन्हें काफी दुख हुआ.
मल्टीस्टारर फिल्म है ‘गंगा जमुना सरस्वती’
फिल्म के कलेक्शन की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘गंगा जमुना सरस्वती’ को बनाने में 8 करोड़ रुपये खर्च हुए थे जो बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 5 करोड़ रुपये ही कमा पाई थी. ये एक फ्लॉप फिल्म साबित हुई थी. ‘गंगा जमुना सरस्वती’ मल्टीस्टारर फिल्म है, जिसमें मीनाक्षी शेषाद्री, जयाप्रदा, मिथुन चक्रवर्ती, अमरीश पुरी और निरूपा रॉय जैसे कलाकारों ने एक्टिंग की थी.
शर्म से क्यों पानी-पानी हो गई थीं एक्ट्रेस
एक फिल्म में अमिताभ से 21 साल छोटी मीनाक्षी शेषाद्री ने इंटीमेट सीन दिए थे, जो काफी सुर्खियों में रहे थे. दरअसल, फिल्म के एक सीन में मीनाक्षी शेषाद्री कोल्ड शॉक के कारण बेहोश हो जाती हैं. मीनाक्षी ने सुपरस्टार संग अपने इंटीमेट सीन को लेकर एक इंटरव्यू में अपना रिएक्शन दिया था. मीनाक्षी ने कहा था कि वे फिल्म में उस सीन को देखने के बाद शर्म से लाल हो गई थीं.

मीनाक्षी शेषाद्री ने खुद से 21 साल बढ़े एक्टर के साथ इंटीमेट सीन्स दिए थे.
अमिताभ और मिनाक्षी की रोमांटिक केमिस्ट्री भी नहीं बचा सकी फिल्म
मीनाक्षी ने कहा थी कि इस तरह का सीन यूनिट और कैमरे के सामने शूट करना बेहद मुश्किल होता है. इसके लिए काफी हिम्मत जुटानी पड़ती है. फिल्म में अमिताभ और मिनाक्षी की रोमांटिक केमिस्ट्री को काफी पसंद किया गया था. हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास परफॉर्म नहीं कर पाई थी.
इस फिल्म के बाद ढलने लगा था अमिताभ का करियर ग्राफ
फिल्म ‘गंगा जमुना सरस्वती’ उस समय रिलीज हुई, जब 80 का दशक खत्म होने वाला था और यह फिल्म मनमोहन देसाई की करियर की भी आखिरी फिल्म साबित हुई. यह वही फिल्म है जिसके बाद अमिताभ बच्चन का करियर ग्राफ नीचे ढलने लगा था. मनमोहन देसाई, प्रकाश मेहरा और अमिताभ बच्चन के गोल्डन पीरियड वाली फिल्में भी का वक्त भी धीरे-धीरे खत्म होता गया.
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
March 10, 2025, 06:02 IST