12:42 AM, 11-Mar-2025
धूमधाम से निकाली प्रिया-प्रियतम की सवारी
रंगभरनी एकादशी पर सोमवार को ठाकुर राधावल्लभ मंदिर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह पारंपरिक प्रिया-प्रियतम की रंगीली होली शोभायात्रा अपराह्न मंदिर से प्रारंभ हुई और नगर भ्रमण के पश्चात मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। शोभायात्रा में ठाकुर राधावल्लभ लाल और श्रीजी की प्रतिमाएं सुसज्जित रथ पर विराजमान थीं। जैसे ही रथ नगर के मुख्य मार्गों से गुजरा भक्तों ने ठाकुरजी के साथ रंगों की बौछार में मग्न होकर होली खेली। राधावल्लभ लाल स्वयं अपने भक्तों पर गुलाल उड़ाते हुए चल रहे थे और श्रद्धालु इस अलौकिक क्षण का आनंद लेते हुए रंगों में सराबोर हो गए। शोभायात्रा मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर ठाकुरजी का स्वागत किया। सेवायत मोहित मराल गोस्वामी ने बताया कि इस अद्भुत दर्शन और शोभायात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं।
11:40 PM, 10-Mar-2025

परिक्रमा लगाते श्रद्धालु।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
परिक्रमा मार्ग में श्रद्धा, भक्ति और उल्लास की अनुपम छटा बिखरी
रंगभरनी एकादशी पर श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। श्रद्धालुओं की भीड़ पंचकोसी परिक्रमा के लिए उमड़ पड़ी। एक पल के लिए लोगों को महाकुंभ जैसा नजारा दिखाई देना लगा। रविवार देर रात से ही भक्तों की टोलियां जयकारों के साथ परिक्रमा मार्ग पर जुटने लगीं। राधे-राधे के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। जगह-जगह श्रद्धालु ऑडियो सिस्टम पर बज रहे रसिया की धुन पर नाचते-गाते और गुलाल उड़ाते हुए दिखाई दिए। भक्तों के उल्लास और भक्ति भाव का ऐसा नजारा हर ओर देखने को मिला। करीब 12 किलोमीटर लंबे परिक्रमा मार्ग पर पैर रखने तक की जगह नहीं थी। मथुरा मार्ग, पानीगांव मार्ग, छटीकरा मार्ग सहित अन्य रास्तों से भी लाखों श्रद्धालु पैदल यात्रा कर परिक्रमा में शामिल होते रहे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल की तैनाती की गई थी। सोमवार शाम तक परिक्रमा जारी रही, जिसमें भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
10:18 PM, 10-Mar-2025

बांके बिहारी मंदिर में उमड़ा भक्तों का हुजूम।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
मंदिर में भीड़ के दबाव से बिगड़ी तबीयत
वृंदावन बांकेबिहारी मंदिर में सोमवार को भीड़ के दबाव के बीच चार श्रद्धालु बेहोश हो गए। जबकि दो श्रद्धालु चोटिल हो गए। जानकारी के अनुसार दीपक मिश्रा पुत्र रामकुमार मिश्रा के जादौन पार्किंग में अचानक पैर में कुछ लग गया, जिससे खून निकलने लगा। वहीं लुधियाना पंजाब निवासी जसलीन पुत्री रविंदर की गिरने से पैर में चोट आ गई। दोनों को प्राथमिक उपचार दिया गया। इधर, खैर निवासी हेमलता पत्नी जितेंद्र मंदिर में चक्कर खाकर बेहोश हो गईं। मीरा पत्नी ओमेर सिंह भी मंदिर परिसर में अचानक बेहोश हो गईं। इसके अलावा हरियाणा करनाल निवासी सनी पुत्र ओमप्रकाश को भी चक्कर आ गए और वे बेहोश हो गए। आगरा निवासी राधिका पुत्री जगबीर भी चक्कर खाकर गिर गईं। मंदिर प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने बेहोश श्रद्धालुओं की सहायता की और उन्हें प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया। मंदिर प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
09:21 PM, 10-Mar-2025

राधा रमण मंदिर।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
श्री राधारमण मंदिर में भक्तों संग ठाकुरजी ने खेली होली
वृंदावन के सप्तदेवालयों में से एक श्री राधारमण मंदिर में होली महोत्सव की धूम मची रही। सोमवार को मंदिर में परंपरागत तरीके से ठाकुरजी को पीले रंग के वस्त्र धारण कराकर गर्भगृह से बाहर जगमोहन में विराजमान किया गया। सेवायत गोस्वामियों ने सोने-चांदी की पिचकारी से टेसू के फूलों का रंग आराध्य के वस्त्रों पर अर्पित किया। इसके बाद ठाकुरजी का प्रसादी रंग और गुलाल भक्तों पर बरसाया गया। होलिका अष्टमी से पूर्णिमा तक सात दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। ठाकुरजी के रंगों से सराबोर भक्तजन भक्ति रस में झूम उठे और जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। मंदिर के सेवायत पद्मनाभ गोस्वामी ने बताया कि यह सैकड़ों वर्ष पुरानी परंपरा है, जिसमें हर दिन ठाकुरजी को श्वेत वस्त्र धारण कराए जाएंगे और शाम की उत्सव आरती के बाद गुलाल और टेसू के रंगों से होली खेली जाएगी। भक्तों पर बरसने वाला यह प्रसादी रंग भक्ति और प्रेम का प्रतीक है, जो उन्हें ठाकुरजी के दिव्य सानिध्य का अनुभव कराता है।
08:29 PM, 10-Mar-2025
लठामार होली में पुलिसकर्मियों को भी नहीं छोड़ा
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में लठामार होली के दाैरान हुरियारियों ने पुलिसकर्मियों को भी नहीं छोड़ा। हुरियारिनों की लाठियों के प्रहार से बचने के लिए पुलिसकर्मी भी दाैड़ते नजर आए। हुरियारिनों के सामने पुलिसकर्मियों ने हाथ जोड़ दिए, लेकिन हुरियारिनों ने पुलिसकर्मियों को अपनी लाठियों का मजा चखा ही दिया।
07:33 PM, 10-Mar-2025
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में हुई लठामार होली
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में रंगभरनी एकादशी पर गुरु शरणानंद महाराज ने होली महोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद लठामार होली खेली गई। लठामार होली में हुरियारनों ने हुरियारों के प्रेम भरी लाठी बरसाईं। हुरियारों ने भी लाठियों का बचाव ढाल से किया।
06:30 PM, 10-Mar-2025

फूलों की होली।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
जन्मभूमि में कान्हा ने महादेव की भस्म-गुलाल से खेली होली
गुलाल बरस रहा था, रंग उड़ रहा था। हर कोई झूम-झूम कर रसिया की धुन पर थिरक रहा था। यह बानगी श्रीकृष्ण जन्मभूमि में थी। रंगभरनी एकादशी पर जन्मभूमि में गुरु शरणानंद महाराज ने होली महोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद काशी विश्वनाथ से आई प्रसाद के रूप में गुलाल और भस्म से केशव ने होली खेली। प्रसादी रूपी यह गुलाल भक्तों में भी उड़ाया गया। लठामार होली में हुरियारनों ने हुरियारों के प्रेम भरी लाठी बरसाईं।
06:22 PM, 10-Mar-2025
राधा-कृष्ण के स्वरूप संग खेली होली
मथुरा-वृंदावन में जगह-जगह रंगोत्सव मनाया जा रहा है। सोमवार को यमुना सेवा दल ने होली उत्सव का आयोजन किया। इसमें महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों ने राधा-कृष्ण के स्वरूप के साथ जमकर होली खेली। इस मौके पर लोकदल के राष्ट्रीय महामंत्री यशपाल बघेल, महानगर अध्यक्ष जितेंद्र प्रजापति, पार्षद हेमंत खंडोली, युवा व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष नरेश शर्मा, बब्बू पंडित, यमुना सेवा दल के अध्यक्ष मुनीष शर्मा, अखिलेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।
05:32 PM, 10-Mar-2025
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में खेली जा रही फूलों की होली
मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि में होली का उल्लास छाया हुआ है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रभु श्रीकृष्ण के साथ होली खेलने के लिए पहुंचे हैं। यहां फूलों की होली खेली जा रही है। राधा-कृष्ण के स्वरूप में कलाकार नृत्य कर रहे हैं। हर ओर राधे-राधे की गूंज है। श्रद्धालु आनंदित हो रहे हैं।
05:17 PM, 10-Mar-2025
मथुरा के नाैहझील में हुरियारों का स्वागत…फिर हुआ जमकर नृत्य
मथुरा के नौहझील में रंगभरनी एकादशी के अवसर पर गांव मरहला मुक्खा में भव्य होली महोत्सव मनाया गया। यमुना स्नान व पूजन करके बरौठ गांव के हुरियारे होली के रसियों पर ढप, ढोल और नगाड़े के साथ गाते-बजाते गांव मरहला मुक्खा की चौपाल पर पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने हुरियारों के माथे पर गुलाल लगाकर स्वागत किया और होली की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद गांव के हर चौक पर हुरियारों ने हुरियारिनों संग जमकर नृत्य किया।