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1943 में आई अशोक कुमार की फिल्म ‘किस्मत’ भारतीय सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर थी. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ते हुए अशोक कुमार को सुपरस्टार बना दिया.
हाइलाइट्स
- अशोक कुमार की ‘किस्मत’ भारतीय सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म थी.
- ‘किस्मत’ ने बॉक्स ऑफिस पर 1 करोड़ रुपये की कमाई की.
- ‘किस्मत’ ने अशोक कुमार को सुपरस्टार बना दिया.
फिल्मों के हिट, सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर… ये सब तय होता है आज के समय में बॉक्स ऑफिस के नंबर के आधार पर. मगर आपको क्या लगता है? पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म कौन सी होगी? अगर आप सलमान खान, आमिर खान या फिर अमिताभ बच्चन की किसी फिल्म का नाम सोच रहे हैं तो ठहर जाइए. क्योंकि पहली ब्लॉकबस्टर देने वाले न तो रजनीकांत हैं न ही शाहरुख खान न ही बिग बी. ये वो एक्टर हैं, जो कभी लैब टेक्नीशियन हुआ करते थे. एक ही फिल्म ने उन्हें सबसे बड़ा स्टार बना दिया. चलिए बताते हैं.
ये बात है साल 1943 की. जब भारतीय सिनेमा को पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म मिली. ये थी अशोक कुमार की ‘किस्मत’. जिसे बॉम्बे टॉकीज ने बनाकर नया मील का पत्थर साबित कर दिया था. इस फिल्म ने ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार का भी जन्म किया. ये कोई और नहीं, बल्कि अशोक कुमार थे, जो इस फिल्म से देश के पहले बड़े फिल्मी सितारे बने.
पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म है किस्मत
‘किस्मत’ भारतीय सिनेमा की पहली फिल्म थी जिसने लगातार 3 साल तक सिनेमाघरों में चलने का रिकॉर्ड बनाया. ये कोलकाता के ‘राधा टॉकीज’ में करीब 200 हफ्तों तक चलती रही थी, ये अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड था.
किस्मत फिल्म का निर्देशन ज्ञान मुखर्जी ने किया था, और इसे बॉम्बे टॉकीज स्टूडियो ने प्रोड्यूस किया था. इस फिल्म की कामयाबी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जब दुनिया द्वितीय विश्व युद्ध के कठिन समय में जूझ रही थी. सब तरफ आर्थिक संकट था तो ‘किस्मत’ ने लोगों को सिनेमाघरों तक खींचने का कमाल किया.
किस्मत फिल्म का कलेक्शन और बजट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशोक कुमार की फिल्म को करीब 2 लाख रुपये के बजट में बनाया गया था. आज से करीब 82 साल पहले इस फिल्म ने उस दौर में 1 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली थी. इसी के साथ इसे हिंदी सिनेमा की पहली ब्लॉकबस्टर का तमगा मिला था.
लैब टेक्नीशियन से सुपरस्टार बनने तक अशोक कुमार का सफर
अशोक कुमार, जो मूल रूप से एक लैब टेक्नीशियन थे. उनका असली नाम कुमुदलाल कुंजीलाल गांगुली है. वह उस जमाने में बॉम्बे टॉकीज में बतौर टेक्नीशियन काम किया करते थे. मगर एक दिन उनकी किस्मत ऐसी पलटी कि इस फिल्म ने सबकुछ बदलकर रख दिया.
किसने बनाया स्टार
बॉम्बे टॉकीज के कर्ता-धर्ता हिमांशु राय ने उन्हें हीरो बनाने का फैसला लिया. उनका फैसला कामयाब रहा.आगे चलकर हिंदी सिनेमा में अशोक कुमार ने कई फिल्मों के जरिए झंडे गाड़े.
अनोखी कहानी
‘किस्मत’ हिंदी सिनेमा के लिए एक बड़ा एक्सपेरिमेंट भी था. यह एक ड्रामा फिल्म थी जिसमें एक जेबकतरा (अशोक कुमार) एक निर्दोष लड़की और उसके परिवार की मदद करता है. जहां एक कुंवारी लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है. फिल्म ने पहली बार ‘एंटी-हीरो’ का कॉन्सेप्ट पेश किया, जो बाद में अमिताभ बच्चन के ‘एंग्री यंग मैन’ इमेज की नींव बना.
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March 18, 2025, 05:16 IST