सोनभद्र। मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र के सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जनपद-सोनभद्र के समस्त निजी चिकित्सालयों के प्रबन्धकों / चिकित्सकों की एक आवश्यक बैठक आहूत की गयी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित राष्ट्रीय कार्यक्रमों, नियम / अधिनियम की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. अश्वनी कुमार मुख्य चिकित्साधिकारी, सोनभद्र द्वारा की गयी। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा निजी चिकित्सालयो के चिकित्सकों को यह भी बताया कि जिस प्रकार हमारी स्वास्थ्य ईकाइयां मरीजों के प्रति जिम्मेदार है, उसी प्रकार आपभी उक्त हेतु कटिबद्ध हैं। अतः निजी चिकित्सालयों की भी जिम्मेदारी है कि वें शासन के द्वारा निर्गत नियम / अधिनियम का अनुपालन सुनिश्चित करें। इसी क्रम में डा. गुलाब शंकर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, द्वारा क्लीनिकल इस्टेबलिशमेन्ट एक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज शाम को निजी चिकित्सालयों के पंजीकरण के नवीनीकरण हेतु पोर्टल खुल जायेगा। निजी चिकित्सालयों में अग्निशमन सेवाओं को दुरूस्त रखने के बारे में बताया। श्री करन यादव उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि तीन मंजिले के भवनों में स्थापित चिकित्सालयों के सीढ़ी की चौड़ाई कम से कम 2 मीटर होनी चाहिए। उन्होने यह भी बताया कि चिकित्सालयों में आग लगने की स्थिति में आग बुझाने के साथ ही रोगियों के जीवन की रक्षा करना भी अति आवश्यक है।

अतः आग बुझाने के यंत्र को प्रत्येक दशा में क्रियाशील रखा जाय। नोडल अधिकारी डा. कीर्ति आजाद बिन्द ने बताया कि जाँच में असफल पाये जाने पर सम्बन्धित चिकित्सालयों के विरूद्ध कार्यवाही की जा सकती है। इपीडेमिक एक्ट के अन्तर्गत मलेरिया, डेंगू, कालाजार इत्यादि वेक्टर जनित रोगों के सम्बन्ध में नोटिफिएबल डिजीज एक्ट की जानकारी देते हुए श्री धर्मेन्द्र नारायण श्रीवास्तव, जिला मलेरिया अधिकारी, सोनभद्र ने बताया कि वेक्टर जनित कुल 08 रोगों को नोटिफिएबल डिजीज के रूप में चिन्हित किया गया है, जिनकी सूचना तत्काल मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया जाना है साथ ही UDSP पोर्टल पर अपडेट भी किया जाना है। इस एक्ट का उल्लंघन करते पाये जाने पर दोषी के विरूद्ध आई०पी०सी० की धारा 188 के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी, जिसमें 6 माह तक की कैद अथवा 1000 रूपया जुर्माना या दोनों की सजा का प्राविधान है। इसी क्रम में डा. प्रेमनाथ नोडल अधिकारी वी०बी०डी० के द्वारा मलेरिया ट्रीटमेन्ट प्रोटोकाल के अन्तर्गत मलेरिया के उपचार के आधुनिक पद्धति से अवगत कराते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में श्री आर0के0 सिंह ए०एम०ओ० के साथ ही श्री आशीष कुमार, श्री रवि प्रकाश श्रीवास्तव, श्री शुभम व श्रीमती मधु व अन्य कर्मचारी उपस्थित
रहे।