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बॉलीवुड और टॉलीवुड की दुनिया में किस्मत कैसे करवट लेती है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. कई बार ऐसा होता है कि एक फिल्म किसी एक्टर को ऑफर होती है लेकिन वो मना कर देता है और फिर वही फिल्म किसी और के करियर और निजी ज़िंदगी का टर्निंग पॉइंट बन जाती है.
नई दिल्ली. ऐसा ही कुछ हुआ था महेश बाबू, नागा चैतन्य और सामंथा के साथ हुआ. बात 2010 में आई सुपरहिट लव स्टोरी ‘Ye Maaya Chesave’ (ये माया चेसावे) की है. इस फिल्म ने नागा चैतन्य और सामंथा को न सिर्फ स्क्रीन पर एक हिट जोड़ी बना दिया, बल्कि असल जिंदगी में भी दोनों को करीब ला दिया. बाद में दोनों ने शादी भी की.

डायरेक्टर गौतम वासुदेव मेनन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने सबसे पहले यह कहानी महेश बाबू को सुनाई थी. कहानी एक ऐसे लड़के की थी जो फिल्म इंडस्ट्री में असिस्टेंट डायरेक्टर है.
फिल्म में उसकी एक्स-गर्लफ्रेंड की शादी होने वाली है, और वो अपने दिल के दर्द को छुपाए फिल्म की शूटिंग में लगा रहता है. यहां तक कि चिरंजीवी का एक कैमियो भी फिल्म में था, जिसमें वो हीरो से पूछते हैं कि वो परेशान क्यों है.

ये फिल्म पहले महेश बाबू को ऑफर हुई थी, उन्हें कहानी भी पसंद आई, लेकिन उन्होंने कहा कि, ‘फैंस को मुझसे एक बड़ी एक्शन फिल्म की उम्मीद रहती है.

अपनी बात आगे रखते हुए महेश ने कहा था कि मैं भी एक लार्जर-देन-लाइफ फिल्म करना चाहता हूं, इसलिए ये रोमांटिक रोल फिलहाल नहीं करूंगा.’ ये कहकर उन्होंने ये खूबसूरत लव स्टोरी ठुकरा दी थी.

इसके बाद गौतम मेनन ने इस कहानी को कुछ और स्टार्स को भी सुनाया, लेकिन बात नहीं बनी. फिर उन्होंने नागा चैतन्य को साइन किया, उसव वक्त वह इंडस्ट्री में नए थे और फिल्म उन्हें मिल गई. फिल्म में चिरंजीवी का रोल भी अहम था.

इसी फिल्म से सामंथा भी डेब्यू कर रही थीं. फिल्म ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की और आज इसे एक कल्ट लव स्टोरी माना जाता है. फिल्म में दोनों की जोड़ी को भी काफी पसंद किया गया था.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसी फिल्म के दौरान नागा चैतन्य और सामंथा की नजदीकियां बढ़ीं और बाद में उन्होंने शादी कर ली.अगर महेश बाबू उस वक्त ‘हां’ कह देते तो शायद ये फिल्म नागा चैतन्य को नहीं मिलती, और हो सकता है सामंथा उनकी लाइफ में कभी नहीं आतीं!