एक दौर था, जब अमिताभ बच्चन के साथ कोई हसीना काम करने के लिए राजी नहीं था तो जया ने उनका साथ दिया और ये साबित किया कि वो क्यों खास हैं. उन्होंने अमिताभ के लिए एक बार मशहूर एक्टर-निर्देशक मनोज कुमार से पंगा ले लिया था.
‘रोटी कपड़ा और मकान’ का है किस्सा
‘रोटी कपड़ा और मकान’ के गाने काफी पॉपुलर हुए.
जया बच्चन को क्यों लगी ठेस?
दरअसल, जया बच्चन और अमिताभ बच्चन का विवाह 3 जून 1973 को हुआ था. शादी के महज एक साल बाद, जया ने अपने पति के सीमित स्क्रीन टाइम को लेकर नाराजगी जताई. IMDb की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जया बच्चन ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा था, ‘मनोज कुमार ने फिल्म में अमिताभ बच्चन की प्रतिभा को बर्बाद कर दिया. उनका मानना था कि अमिताभ जैसे एक्टर, जिनमें इतनी क्षमता है, उन्हें सहायक भूमिकाओं में नहीं डाला जाना चाहिए.’ 1969 में ‘सात हिंदुस्तानी’ से डेब्यू करने के बाद, कई असफल फिल्मों के बावजूद, जंजीर ने उन्हें पहचान दिलाई थी. लेकिन ‘रोटी कपड़ा और मकान’ में उन्हें सहायक किरदार में देखकर जया को यह बर्दाश्त नहीं हुआ.
फिल्म ने दनादन पीटे थे नोट

कहा जाता है कि अमिताभ का सेट पर आना काका को पसंद नहीं आता था. इसलिए वो उन्हें अक्सर ये अभास कराते थे कि वो एक फ्लॉप हीरो हैं और जया आते ही सिनेमा में छा गईं.
सच हुई जया की भविष्यवाणी
‘रोटी कपड़ा और मकान’ से पहले, 1972 में जया बच्चन ने उस समय के सुपरस्टार राजेश खन्ना के खिलाफ भी अमिताभ का पक्ष लिया था. उस समय जया और अमिताभ रिलेशनशिप में थे, लेकिन शादी नहीं हुई थी. राजेश खन्ना की फिल्म ‘बावर्ची’ के सेट पर अमिताभ अपनी को-स्टार जया से मिलने गए थे. उस समय राजेश खन्ना बॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार थे और अमिताभ की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल हो रही थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजेश खन्ना ने अमिताभ को डांटते हुए कहा था कि उनकी फिल्में नहीं चल रही हैं और उन्हें जया से दूरी बनाए रखनी चाहिए. राजेश को लगता था कि अमिताभ कभी सफल नहीं होंगे. इस पर जया ने गुस्से में जवाब दिया था ‘एक दिन अमिताभ बॉलीवुड पर राज करेंगे.’ जया की यह भविष्यवाणी सच साबित हुई. जया की भविष्यवाणी और उनके विश्वास ने अमिताभ को बॉलीवुड का शहंशाह बनने में मदद की. ‘जंजीर’ के बाद ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘डॉन’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्मों ने उन्हें वह मुकाम दिलाया, जिसकी भविष्यवाणी जया ने की थी.