दुद्धी/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। म्योरपुर ब्लॉक परिसर स्थित सरकारी लेम्पस पर गुरुवार को यूरिया खाद वितरण के दौरान भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह 6 बजे से ही म्योरपुर न्याय पंचायत सहित किरविल, आरंगपानी, सागोबांध आदि क्षेत्रों से हजारों की संख्या में किसान लाइन लगाकर खाद पाने के लिए पहुंच गए। बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लेम्पस सचिव ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद थानाध्यक्ष म्योरपुर कमल नयन दुबे के नेतृत्व में एक प्लाटून पीएसी बल तैनात करना पड़ा।
लेम्पस सचिव ने पंचायतवार गांवों के नाम पढ़कर किसानों को खाद वितरण की प्रक्रिया समझाने की कोशिश की, लेकिन नाराज किसान हटने को तैयार नहीं हुए। किसानों का कहना था कि कई दिनों से लगातार चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा है।
किसान जयप्रकाश ने बताया कि वह 9 दिनों से किरविल व आरंगपानी लेम्पस का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक खाद नहीं मिला। किसान राजकुमार ने आरोप लगाया कि लाइन में लगने वालों को नजरअंदाज कर बिना लाइन वालों को खाद दिया जा रहा है। बड़े किसान सूर्य प्रकाश सिंह ने कहा कि उनके पास 80 बीघा जमीन है, लेकिन अब तक सिर्फ दो बोरी यूरिया मिला है, जिससे फसल सूख रही है।
भाजपा नेता व पूर्व मंडल अध्यक्ष सुजीत कुमार ने आरोप लगाया कि लेम्पस अधिकारियों ने शनिवार को खाद आने के बावजूद गुरुवार तक वितरण रोके रखा, जिससे संदेह गहराता है कि खाद की कालाबाजारी हो रही है।

सपा नेता व प्रधान संघ महासचिव प्रेमचंद्र यादव ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय दुकानदारों से कमीशन लेकर खाद की ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि रात में लेम्पस से खाद बाहर भेजी गई, जिसे बाजार में 600 से 1000 रुपये प्रति बोरी तक बेचा जा रहा है।

एडिशनल सीओ अजय कुमार ने बताया कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और सरकार के निर्देशों के अनुसार वितरण किया जा रहा है। समस्या यह है कि कई न्याय पंचायतों के किसान एक ही लेम्पस पर इकट्ठा हो रहे हैं, जिससे अव्यवस्था फैल रही है।