मोहित के दादा और धर्मबीर के पिता बुधराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वे तीनों एक साथ बाइक पर निकले थे लेकिन वह थाना कलां चौक के पास उतर गए थे। इसके कुछ देर बाद सामने से आई एक स्कॉर्पियो ने मोहित और धर्मबीर की बाइक को टक्कर मारी जिससे दोनों पुल से नीचे सर्विस लेन पर जा गिरे।
मोहित के हेलमेट के आर-पार हुई गोली
बाइक गिरते ही स्कॉर्पियो से खरखौदा निवासी राहुल, रोहतक के हुमायूंपुर निवासी मनीष और एक अन्य युवक निकले और दोनों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दीं। करीब 15 गोलियां चलाई गईं, जिनमें से ज्यादातर धर्मबीर और मोहित को लगीं। मोहित के हेलमेट के आर-पार भी गोली चली गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर सबूत एकत्र किए और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
भागने के दौरान छोड़ी गाड़ी, लूटकर ले गए बाइक
वारदात के बाद हमलावरों की स्कॉर्पियो रेलिंग से टकरा गई और उसका टायर फंस गया। तीनों आरोपी गाड़ी छोड़कर थाना कलां की दिशा में भागे। रास्ते में उन्होंने तुर्कपुर निवासी सुरेश की बाइक हथियार के बल पर लूट ली और फरार हो गए। सुरेश ने पुलिस को इसकी शिकायत दी है।
पहले भी कर चुके थे हमला, अब लिया बदला
बुधराम ने बताया कि वर्ष 2020 में खरखौदा के नितिन सैनी की हत्या के बाद से मोहित और नितिन के परिवार में रंजिश चल रही थी। पिछले साल 29 अक्तूबर को भी नितिन सैनी के पिता जगन दास के भतीजे राहुल ने अपने साथियों सन्नी और अंकुश के साथ मिलकर मोहित पर हमला किया था, जिसमें मोहित को कमर में गोली लगी थी। तीनों गिरफ्तार हुए थे लेकिन कुछ समय बाद वह राजीनामा के बहाने मोहित के संपर्क में आने लगे थे और इसी रंजिश में उन्होंने उनके पुत्र व पौत्र की हत्या कर दी।
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