सिंगरौली/एबीएन न्यूज़। कोल इंडिया की अनुषंगी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) अपने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत संचालित “सेवा कुटीर” केंद्रों के माध्यम से सिंगरौली परिक्षेत्र के ग्रामीण बच्चों के लिए शिक्षा और समग्र विकास का नया अध्याय लिख रही है।
एनसीएल ने ‘परिवार एजुकेशन सोसाइटी (पीईएस)’ के सहयोग से सिंगरौली के 25 गाँवों में “सेवा कुटीर” केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों में 3 से 14 वर्ष के बच्चों को स्कूल समय के बाद दिन में दो बार पूरक शिक्षा और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही बच्चों के खेल, योग, चित्रकला, कहानी व हस्तशिल्प जैसी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से उनके बौद्धिक और शारीरिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

वर्तमान में इन केंद्रों में 2266 बच्चे नामांकित हैं। प्रत्येक बच्चे का आधारभूत मूल्यांकन कर उनकी बोलने, पढ़ने और समझने की क्षमता के अनुसार उन्हें विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है, ताकि हर बच्चे को उसकी आवश्यकता के अनुरूप शिक्षा दी जा सके।
इन केंद्रों में 47 शिक्षक और 4 विकास अधिकारी कार्यरत हैं। एनसीएल की इस पहल के तहत अब तक 6 बच्चों का चयन मध्य प्रदेश सरकार की कन्या शिक्षा परिषद योजना में हुआ है, जबकि 90 बच्चों का पंजीकरण जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा (दिसंबर 2025) के लिए किया गया है। एनसीएल की “सेवा कुटीर” पहल न केवल ग्रामीण बच्चों की शिक्षा को नई गुणवत्ता दे रही है, बल्कि उन्हें स्वावलंबी और सशक्त भविष्य की दिशा में अग्रसर भी कर रही है।
![]()












