सत्ता का संग्राम
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रुहेलखंड का पीलीभीत जिला उत्तराखंड राज्य की सीमा के पास स्थित है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी वरुण गांधी ने जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा ने सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। जितिन प्रसाद पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। वहीं समाजवादी पार्टी ने भगवत सरन गंगवार को मैदान में उतारा है। बसपा ने अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू को उम्मीदवार बनाया है। पीलीभीत में दस उम्मीदवार चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
पीलीभीत के मतदाता और खासकर युवा सरकार और अपने लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के बारे में क्या सोचते हैं, उनके क्या मुद्दे और आकांक्षाएं हैं, मतदाताओं के मुद्दों पर नेताओं और उम्मीदवारों का क्या कहना है, वे किन मुद्दों को लेकर चुनाव में उतरे हैं? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ 7 अप्रैल को पीलीभीत में रहेगा।
क्या होगा खास?
‘सत्ता का संग्राम’ के तहत अमर उजाला हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। इसके जरिये आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश से जुड़े मुद्दों को उठा पाएंगे। अमर उजाला आपको एक मंच दे रहा है। यहां आप अपनी बात रख सकेंगे ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दें भी याद रहें।