बांके बिहारी मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं की भीड़
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मथुरा में आराध्य के दर्शन की आस लिए वृंदावन आने वाले आठ श्रद्धालुओं की बीते दो सालों में बांकेबिहारी के दर पर मौत हो चुकी है। किसी की मौत संकरे रास्ते में दम घुटने से हुई तो किसी की मंदिर परिसर के भीतर दम घुटने से। हर बार पुलिस-प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा होता है, लेकिन सुधार के नाम पर कुछ नहीं होता। व्यवस्था बनाने के लिए दर्जनों प्रयोग हो चुके है, लेकिन कोई भी सिरे नहीं चढ़ता, जिसका खामियाजा दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को उठाना पड़ता है।