मामन खां का फाइल फोटो।
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राष्ट्रपति सम्मान से विभूषित प्रख्यात सारंगी वादक 85 वर्षीय मामन खां का बुधवार को निधन हो गया। उन्होंने हिसार के उपमंडल बरवाला के अपने पैतृक गांव खरक पूनिया में अंतिम सांस ली। मामन खां ने 9 बरस की उम्र से ही सारंगी को अपना साथी बना लिया था। विभिन्न कार्यक्रमों में वे अपने दादा के साथ सारंगी वादन के लिए जाते थे। उन्होंने फिल्म ट्रेन टू पाकिस्तान में सारंगी की धुन दी थी।
सारंगी बेहद मुश्किल साज है, फिर भी वे इस कला में पारंगत हुए और राष्ट्रपति सम्मान से विभूषित हुए। वयोवृद्ध सारंगी वादक हरियाणा सरकार द्वारा सरस्वती सम्मान व आकाशवाणी द्वारा कला रतन से सम्मानित किए जा चुके थे। मामन खां लोक संपर्क विभाग में भी अपनी सेवाएं दे चुके थे।
इन देशों में भी अपनी कला का किया था प्रदर्शन
मामन खां ने सारंगी वादन से लीबिया, सीरिया, कुवैत, घाना, बुर्किना फासो, मोरक्को, ट्यूनिशिया, दुबई, नेपाल में अपनी कला का प्रदर्शन किया था। करीब दो साल पहले वह गंभीर रूप से बीमार हुए तो तात्कालिक सीएम मनोहर लाल के आदेश पर तत्कालीन डीसी उत्तम सिंह उनसे मिलने पहुंचे थे। डीसी ने उनके स्वास्थ्य का हालचाल जानने के बाद उपचार में आर्थिक सहयोग का भी भरोसा दिलाया था।