अपील बेअसर कर रहे वोटर। क्या होने वाला है 4 जून को?
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लोकसभा चुनाव 2024 में दूसरे चरण में देशभर की 88 सीटों पर मतदान हुआ। पहले चरण में बिहार की चार सीटें थीं, इस बार पांच। इन पांच सीटों में सबसे कम 51-52 प्रतिशत मतदान भागलपुर में हुआ। दानवीर कर्ण के अंग साम्राज्य के केंद्रबिंदु पर मतदान के प्रति यह निराशा इसलिए भी निराशाजनक है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए वोट मांगकर गए थे और बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा शर्मा तो बाकायदा अपने पिता कांग्रेसी प्रत्याशी अजीत शर्मा के लिए सड़क पर उतरी हुई थीं। उन्होंने शुक्रवार को भी सुबह-सुबह ही मतदान करते हुए अपील की थी कि लोग लोकतंत्र के महापर्व पर अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए निकलें। लेकिन, गरमी उनकी इस अपील पर भारी पड़ गई- लगता है।
57.2 प्रतिशत पिछली बार था, इस बार के हालात-वजह समझें
2014 का लोकसभा चुनाव सत्ता बदलाव का था। 2019 में कई कारणों से पुरानी सरकार के दोहराव को लेकर लहर जैसी स्थिति थी। इस बार क्या? यह सवाल इसलिए भी पूछा जा रहा है, क्योंकि पहले चरण में मतदाताओं ने इससे भी खराब वोटिंग की थी। पहले चरण के मुकाबले यह बेहतर तो है, लेकिन 2019 की वोटिंग के हिसाब से हतोत्साहित करने वाला। यह सीट बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड के पास है। जदयू सांसद अजय मंडल ही इस सीट पर इस बार भी प्रत्याशी हैं। न दल बदला है और न गठबंधन। उनके पक्ष में एक अच्छी बात यह कही जा सकती है कि उनके प्रतिद्वंद्वी और पिछले चुनाव में सामने उतरे शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर इस मतदान के पहले ही जदयू में आ गए थे। लेकिन, इसका फायदा वोट में हुआ? यह जीत-हार के अंतर के अध्ययन पर चार जून को पता चलेगा। फिलहाल, इस बार मुकाबले में खड़े अजीत शर्मा की बात करें तो वह भागलपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं। इस बार संसदीय चुनाव में उतरे। पहले बेटी नेहा शर्मा के नाम का हल्ला उड़ा, फिर पिता खुद मैदान में उतरे। नेहा शर्मा मुंबई से भागलपुर आईं और सड़क पर उतरकर खूब प्रचार भी किया। उस प्रचार का फायदा वोट प्रतिशत में तो नहीं दिखा, अब 04 जून को जीत-हार के अंतर से पिता के प्रति उनकी अपील के वोट में बदलने का पता चलेगा।