इस्राइल-हमास संघर्ष के बीच गाजा पट्टी का दृश्य
– फोटो : एएनआई (फाइल)
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इस्राइल और हमास के बीच भीषण जंग बीते 200 दिनों से ज्यादा समय से जारी है। गाजा पट्टी के दक्षिणी रफाह शहर पर हमले की योजना से पहले तेल अवीव ने युद्धविराम और बंधक समझौते का आखिरी मौका दिया है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
एक वरिष्ठ इस्राइली अधिकारी के मुताबिक, तेल अवीव में शुक्रवार को मिस्र और इस्राइली प्रतिनिधियों के बीच बातचीत बहुत अच्छी रही। मिस्र के लोग साफ तौर पर एक समझौते पर पहुंचने के लिए आतंकवादी संगठन हमास पर दबाव डालने के लिए तैयार थे।
टाइम्स ऑफ इस्राइल ने खबरों के हवाले से कहा कि दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में बातचीत आगे बढ़ी है। इससे पहले मिस्र के सरकारी टेलीविजन स्टेशन अल-काहिरा न्यूज ने भी बातचीत में काफी प्रगति की सूचना दी थी। खबर में इस्राइली अधिकारी के हवाले से कहा गया कि रफाह में हमले की योजना को रोकने के लिए इस्राइल हमास, खासतौर पर इसके नेता याह्या अल-सिनवार को बंधक समझौते में देरी करने की अनुमति नहीं देगा।
इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कुछ दिन पहले दो और रिजर्व ब्रिगेड वहां तैनात की थईं। अल-सिनवार को पिछले साल 7 अक्तूबर को इस्राइल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस हमहले में 1,200 इस्राइली सैनिक और नागिरकी मारे गए थे। इसके अलावा, 200 से ज्यादा लोगों को अगवा कर लिया गया था। आईडीएफ का दावा है कि अल-सिनवार रफाह के नीचे बनी हुई सुरंगों में छिपा हुआ है। यह रफाह के भविष्य का समझौता है।
इस्राइल मिस्र की सीमा से लगे रफाह में हमास की आखिरी बची बटालियन को खत्म करना चाहता है। मिस्र रफाह पर हमले को रोकने के लिए एक समझौते पर पहुंचना चाहता है। मिस्र इसको लेकर चिंतित है कि फलस्तीनी बड़ी संख्या में सीमा पार कर सकते हैं। गाजा पट्टी के बाकी हिस्सों में भीषण जंग के शुरू होने के बाद से दस लाख से ज्यादा नागरिकों ने रफाह में शरह ली थी।
लेबनान में इस्राइली सेना ने आतंकी नेता को मार गिराया
इस्राइली सेना ने लेबनान में आतंकवादी संगठन इस्लामिक जमात के आतंकवादी नेता मतजब हलाफ को हवाई हमले में मार गिराया। इसकी पुष्टि आईडीएफ ने शनिवार को की। आईडीएफ ने कहा कि हलाफ ने इस्राइल के खिलाफ कई आतंकवादी साजिशों को अंजाम दिया है। हलाफ लंबे समय से इस्लामिक जमात आतंकवादी संगठन के लिए काम कर रहा था। आईडीएफ ने कहा कि हलाफ ने हाल के दिनों में उत्तरी सीमा क्षेत्र में इस्राइइल के खिलाफ कई आतंकी योजना भी बनाई थी।