रायबरेली में जनता से चर्चा।
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यूपी की हाईप्रोफाइल सीट रही रायबरेली में जनता के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि गांधी परिवार का गढ़ रही इस सीट पर उम्मीदवार कौन होगा? क्या यहां से प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी मां की विरासत संभालेंगी या फिर कोई अन्य शख्स चुनाव लड़ेगा।
कांग्रेस के साथ ही भाजपा ने भी इस सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। तीन मई को नामांकन का अंतिम दिन है ऐसे में आज या कल में दोनों ही दलों की तरफ से प्रत्याशियों की घोषणा की जा सकती है। अगर उजाला की टीम सत्ता का संग्राम अभियान के तहत बुधवार को रायबरेली में है। जहां जनता गांधी परिवार और अन्य चुनावी मुद्दों को लेकर क्या सोचती है जानने का प्रयास किया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सोनिया गांधी के रायबरेली से सांसद बनने के बाद क्षेत्र का विकास हुआ। रेल कोच फैक्ट्री जैसे कई प्रोजेक्ट यहां पर आए। हालांकि, बीते 10 सालों में कोई नया प्रोजेक्ट नहीं मिला और चल रहे प्रोजेक्ट की रफ्तार भी धीमी रही।
जनता के बीच महंगाई और बेरोजगारी बड़े मुद्दे हैं। जनता उन दिनों को भी याद करती है जब सोनिया गांधी यहां से सांसद नहीं थीं। इस बार सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बनने के बाद नए प्रत्याशी को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं।प्रत्याशी के लिए वरुण गांधी के नाम की भी चर्चा है। जनता का कहना है कि इस पर तो सिर्फ कयास ही लगाए जा सकते हैं। जल्द ही इसकी घोषणा हो जाएगी।
रायबरेली सीट पर गांधी परिवार की कई पीढ़ियां चुनाव लड़ चुकी हैं। ऐसे में यहां अब प्रत्याशी के नाम को लेकर उत्सुकता बनी हुई है।