धूप से बचने के लिए छाता लेकर जाती युवतियां
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काशी में भीणष गर्मी के बीच बारिश की फूहारें लोगों को राहत दे सकती हैं। जिले में मई महीने की शुरुआत ही भीषण गर्मी के साथ हुई। जो दिन-ब-दिन बढ़ती गई। उधर, बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि पहाड़ों पर मौसम में बदलाव का असर आज से दिखेगा। जिले में 7 से 10 मई तक तेज हवा, गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी के आसार हैं।
मई के पहले सप्ताह से ही मौसम में तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। पहले दिन अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था, वहीं दो और तीन मई को मौसम में बदलाव और हवा में नमी की वजह से कम होकर 40 से नीचे आ गया।
एक बार फिर से चार मई को मौसम ने करवट ली। दिन में गर्म हवाएं भी 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो कि औसत से 3.5 अधिक रहा जबकि न्यूनतम तापमान 22.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
10 साल में 5 मई का दिन रविवार को सबसे गर्म रहा। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के करीब (43.9) पहुंच गया, जो इस सीजन का भी सर्वाधिक रहा। गर्म हवाओं और तेज धूप से लोग बेचैन हो गए। मौसम में बदलाव की वजह से तापमान का नया रिकॉर्ड बन गया।