नौगांवा सादात में हुआ हादसा
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चालक को नींद की झपकी आने के बाद मदरसा शिक्षक के परिवार की कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े पेड़ से टकरा गई। हादसे में रुकैया (45) और उनकी बेटी सुमैया (18) की मौके पर मौत हो गई। चालक समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों मां-बेटी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मूलरूप से बिहार के मधुबनी जनपद के रहने वाले मुफ्ती अब्दुल सलाम बीते 25 साल से नौगांवा सादात के आले हसन मदरसा स्कूल में शिक्षक हैं।
वह पत्नी रुकैया, बेटी सुमैया, बेटा सलमान और अम्मार के साथ नौगांवा सादात कस्बे में ही किराए के मकान में रहते हैं। करीब एक सप्ताह पहले किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने घर बिहार गए थे। मंगलवार की सुबह शिक्षक मुफ्ती अब्दुल सलाम परिवार के साथ ट्रेन से वापस अमरोहा स्टेशन पहुंचे।
लिहाजा नौगांवा सादात नई बस्ती के रहने वाले कामिल कार लेकर स्टेशन पहुंचा और परिवार को बिठाकर वापस नौगांवा सादात लौट रहा था। करीब 7:30 बजे जैसे ही उनकी कार नौगांवा सादात से पहले इंडियन गैस गोदाम के सामने पहुंची, तभी चालक कामिल को नींद की झपकी आने के बाद कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पूरा परिवार कार में फस गया और चीख-पुकार मच गई। हादसे के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने लोगों की मदद से सभी घायलों को कार से बाहर निकाला और नौगांवा सादात के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने रुकैया और उनकी बेटी सुमैया को मृत घोषित कर दिया।
जबकि घायल मुफ्ती अब्दुल सलाम, उनके बेटे सलमान, अम्मार और चालक कामिल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सीओ अंजलि कटारिया ने मां-बेटी की मौत की पुष्टि की है। साथ ही हादसे को इत्तेफाकिया बताया है।