संदेशखाली मामले पर सुवेंदु और शशि पंजा आमने्-सामने (फाइल)
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पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के कथित उत्पीड़न का मामला चर्चा में है। भाजपा एक तरफ सच को दबाने के आरोप लगा रही है को दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी पार्टी भाजपा पर झूठ फैलाने के आरोप लगाए हैं। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में चनाल आयोग से शिकायत की है। वरिष्ठ तृणमूल नेता और राज्य सरकार में मंत्री शशि पंजा ने कहा कि मनगढ़ंत डराने-धमकाने के इस घृणित कृत्य को बख्शा नहीं जाएगा। इसी बीच मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पीड़िताओं में एक ने शाहजहां शेख के खिलाफ दर्ज शिकायत वापस ले ली है।
सादे कागजों पर साइन कराकर TMC नेताओं के खिलाफ शिकायत की
तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को कथित वीडियो का जिक्र कर कहा, भाजपा के एक स्थानीय नेता ने कई महिलाओं से कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराए। बाद में इसे टीएमसी नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों के रूप में पेश किया गया। इस वीडियो क्लिप के वायरल होने से पहले पार्टी के एक स्थानीय पदाधिकारी ने दावा किया था कि इस प्रकरण के पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी का हाथ था।
सुवेंदु अधिकारी पर खराब बर्ताव के आरोप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तृणमूल नेता शशि पंजा ने कहा, ‘महिलाएं अब कह रही हैं कि उनसे झूठी शिकायत दर्ज करवाने के लिए कहा गया था। महिलाएं अपनी शिकायत वापस लेना चाहती हैं। सुवेंदु अधिकारी ने बांकुरा में एक रैली की जहां उन्हें तृणमूल की महिला कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ा। सुवेंदु अपना आपा खो बैठे और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया।
पहली वायरल वीडियो में क्या दावा?
गौरतलब है कि शनिवार को संदेशखाली में एक स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो सामने आया। इससे विवाद और बढ़ा। स्थानीय टेलीविजन चैनल पर प्रसारित इस कथित वीडियो में गंगाधर कोयल नामक एक व्यक्ति कहते सुना जा रहा है कि संदेशखाली की महिलाओं का यौन उत्पीड़न नहीं हुआ, लेकिन विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के निर्देश पर उन्हें ‘बलात्कार’ पीड़िता के रूप में पेश किया गया था। कोयल कथित तौर पर भाजपा का मंडल (बूथ) अध्यक्ष है।