लोकसभा चुनाव 2024
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लोकसभा चुनाव निपट चुका है। कन्नौज संसदीय क्षेत्र की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। उनका फैसला ईवीएम में कैद होकर सुरक्षा के घेरे में है। अब चार जून को ये तय होगा कि इत्रनगरी का सांसद कौन होगा, हालांकि यह तय है कि सपा और भाजपा में इस सीट पर जोरदार टक्कर देखने को मिली। बसपा सिर्फ मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में ही जुटी रही।
सपा जहां अपने इस गढ़ पर फिर से काबिज होने के लिए जोर लगाती दिखी तो भाजपा अपनी पिछली कामयाबी को दोहराने की कोशिश में रही। इन दोनों की लड़ाई में बसपा मैदान से बाहर दिखी। सपा और भाजपा की आमने-सामने की टक्कर में बसपा सिर्फ अपने काडर वोट तक ही सीमित दिखी। अखिलेश यादव के खुद मैदान में उतरने से सपा और उसके कार्यकर्ताओं का बढ़ा हुआ मनोबल वोटर को बूथ तक लाने में कामयाब दिखा। पिछली बार नजदीकी मुकाबले में भाजपा से मिली हार की कसक को दूर करने के लिए सपा ने खूब जोर दिखाया।
अखिलेश यादव के मैदान में आने से यहां सपा सदर विधानसभा और छिबरामऊ विधानसभा में बेहतर हालत में दिखी, हालांकि इन दोनों ही सीट पर कई जगह भाजपा का खूब जोर दिखा। तिर्वा सीट पर भी सपा और भाजपा में कड़ी टक्कर की खबर है। भाजपा के सुब्रत पाठक अपनी कामयाबी दोहराने के लिए लगातार क्षेत्र में रहे। बूथों पर उसका असर दिखा है। सिर्फ चुनाव के ही दौरान मैदान में उतरने वाली बसपा इस बार सिर्फ किसी करिश्मे की ही उम्मीद में दिखी।