देश के सर्वोच्च नाट्य संस्थानों में शुमार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में प्रवेश पाना हर उभरते अभिनेता का एक सपना होता है। इसमें प्रवेश के लिए स्नातक होना अनिवार्य है और साथ ही कम से कम 10 नाटकों के मंचन का अनुभव भी जरूरी बताया जाता है। लेकिन, ये तो बात हुई बड़े हो चुके कलाकारों की। खुशखबरी ये है कि एनएसडी गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को भी नाटक सिखाता है। आमतौर पर ये कार्यशालाएं 16 साल तक के बच्चों की ही होती हैं, लेकिन इस बार अगर इससे बडे बच्चों ने भी पर्याप्त संख्या में मन बनाया तो एनएसडी उनके लिए भी महीने भर की कार्यशाला लगाने को तैयार है।
फिल्म और टेलीविजन कलाकारों की संस्था सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (सिन्टा) अपनी तरह का एक पहला प्रयोग मुंबई में करने जा रही है। सिन्टा ने एनएसडी के साथ मिलकर यहां मुंबई में 25 मई से लेकर 23 जून तक एक नाट्य कार्यशाला का आयोजन करने का फैसला लिया है। मूल विचार के अनुसार तो ये कार्यशाला 16 साल तक के बच्चों के लिए ही है, लेकिन सिन्टा के अध्यक्ष पूनम ढिल्लों बताती हैं कि यदि 16 साल से अधिक उम्र के बच्चों की संख्या भी पर्याप्त हुई तो उनके लिए अलग से एक कार्यशाला आयोजित की जा सकती है।
इस बारे पूनम ढिल्लों कहती हैं, ‘देश के दो प्रतिष्ठित संस्थानों का ये एक अनूठा सहयोग है और जो पहली कार्यशाला हम करना चाहते हैं वह आठ से 16 साल के बच्चों की है। इस कार्यशाला में इस आयुवर्ग के बच्चों के हिसाब से पूरी कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है। इसके लिए पंजीकरण का कार्य शुरू हो चुका है। लोग 22 मई की शाम तक अपने बच्चों का पंजीकरण इसमें करा सकते हैं। पंजीकरण ऑनलाइन किया जा रहा है। इसके लिए सिन्टा की वेबसाइट और एनएसडी की वेबसाइट पर लिंक मौजूद हैं।’
सिन्टा के सदस्यों के लिए इस कार्यशाला में क्या कुछ विशेष प्रावधान किए गए हैं? ये पूछने पर पूनम बताती हैं, ‘एनएडी ने सिन्टा सदस्यों के बच्चों के लिए 25 फीसदी की छूट कार्यशाली की कुल फीस 10 हजार रुपये में से देने की बात कही है। और, यही नहीं सिन्टा सदस्यों के बच्चों और बाल कलाकारों के लिए छह सीटें भी सुरक्षित की हैं। सीटों का आवंटन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जा रहा है।’