घटना के बाद मौके पर मौजूद लोग
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बलिया जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के दया छपरा गांव में पबजी खेलने के दौरान पकड़ो-मारो बोलने को लेकर एक व्यक्ति की जान चली गई। बच्चे मोबाइल पर पबजी खेलने के दौरान पड़को-मारो कहा तो आसपास मौजूद महिलाओं ने कमेंट समझकर बच्चों की पिटाई कर दी। कुछ देर बाद मजदूरी करके आए योगेंद्र ने बच्चों को मारने की वजह पूछी। इस पर महिलाओं ने योगेंद्र पर भी हमला कर दिया। ईंट-पत्थर से हमला कर लहूलुहान कर दिया।
परिजनों ने घायल योगेंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया, जहां से चिकित्सकों ने बलिया के लिए रेफर कर दिया। बलिया से चिकित्सकों ने उसे वाराणसी रेफर कर दिया। वाराणसी ले जाते समय रास्ते में ही योगेंद्र की मौत हो गई। पुलिस ने मारपीट के गैर इरादतन हत्या में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह है मामला
सोमवार की देर शाम योगेंद्र के घर के बच्चे मोबाइल पर पबजी खेल रहे थे। गेम में ही पकड़ो, मारो बंदूक ले लो आदि बातें कर रहे थे। पड़ोस की रानी देवी व आकाश पासवान समेत अन्य लोगों को लगा कि बच्चे उन पर कमेंट कर रहे हैं। इस पर बच्चों को पीटने लगे। देर शाम योगेंद्र (38) ढलाई मशीन से मजदूरी करके घर आया। उसने बच्चों को क्यों मारने का कारण पूछा। इस पर रानी के साथ अन्य महिलाओं और युवाओं ने ईंट, पत्थर, टांगी, सरिया आदि से योगेंद्र पर हमला बोल दिया। मारपीट की जानकारी पर योगेंद्र के घर वाले भी मौके पर आ गए। मारपीट में योगेंद्र, अनुज कुमार (26), अभिषेक कुमार (17), सुमंत कुमार पुत्र राजेंद्र कुमार घायल हो गए थे। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।