नाइक धनंजय और मेजर सेन को मिला सम्मान
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कांगो में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मिशन में सेवा दे चुकी भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन और नाइक धनंजय कुमार सिंह को सैन्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस पुरस्कार से सम्मानित किया। इस पुस्कार को लेकर राधिका सेन ने कहा कि उनके लिए यह पुरस्कार बेहद खास है।
बता दें, आज अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस के मौके पर मेजर राधिका सेन को ‘2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड’ दिया गया।
यह पुरस्कार मेरे लिए खास: राधिका सेन
मेजर राधिका सेन ने कहा, ‘यह पुरस्कार मेरे लिए खास है क्योंकि यह यूनेस्को के चुनौतीपूर्ण माहौल में काम करने वाले सभी शांति सैनिकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत को मान्यता देता है। मैं संयुक्त राष्ट्र और सदस्य देशों को प्रोत्साहित करता हूं कि वे इस पुरस्कार द्वारा बनाए गए समृद्ध नेटवर्क का लाभ उठाएं।’
#WATCH | After being conferred the Military Gender Advocate Award for 2023 by the UN Secretary-General, on the occasion of the International Day of UN Peacekeepers, Major Radhika Sen says, “This award is special to me as it recognises the hard work put in by all the peacekeepers… pic.twitter.com/Y6oPxkL9E9
— ANI (@ANI) May 31, 2024
नाइक धनंजय कुमार सिंह को सम्मान मिलने पर कंबोज
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने सोशल मीडिया मंच पर कहा, ‘आज महासचिव गुटेरेस ने नाइक धनंजय कुमार सिंह को डैग हैमरस्क्जोंल्ड मेडल से सम्मानित किया, जिन्होंने अपने कर्तव्य के दौरान कई बलिदान दिए। उनकी व्यावसायिकता और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। हम उनके परिवार के साथ एकजुटता से खड़े हैं और शांति के लिए उनकी सेवा की विरासत का सम्मान करते हैं।’
Today, the Secretary General awarded the Dag Hammarskjöld Medal to honor Naik Dhananjay Kumar Singh, who made the ultimate sacrifice in the line of duty. His professionalism and dedication will never be forgotten. We stand in solidarity with his family and honour his legacy of… pic.twitter.com/6W8ONyvR69
— Ruchira Kamboj (@ruchirakamboj) May 30, 2024
कौन हैं मेजर सेन?
बता दें कि मेजर सेन भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन की कमांडर के तौर पर मार्च 2023 से अप्रैल 2024 तक कांगो गणराज्य के पूर्व में तैनात थीं। वह मूल रूप से हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हैं। उनका जन्म 1993 में हुआ था और वह आठ साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुई थीं। मेजर राधिका सेन ने बायोटेक इंजीनियर में स्नातक किया, इसके बाद ही उन्होंने भारतीय सेना में शामिल होने का फैसला किया था।