नई दिल्ली: संगीत के जादूगर एआर रहमान ने भारत में संगीतकारों को मिल रहे अवसरों को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि भारत ने उन संगीतकारों को आगे लाने का एक शानदार अवसर प्रदान किया है, जिन्हें पहले कभी मौका नहीं मिला.’ ऑस्कर और ग्रैमी विजेता म्यूजिक डायरेक्टर ने मुंबई में नेक्सा म्यूजिक के तीसरे सीजन का शुभारंभ किया. इस मौके पर एआर रहमान ने कहा कि इंसानी दिमाग की शक्ति हमारी कल्पना से कहीं अधिक है और इसे मजबूत बनाकर कुछ भी पाया जा सकता है.
नेक्सा म्यूजिक के तीसरे सीजन के लॉन्च पर मशहूर सिंगर राजा कुमारी, किंग, अर्जुन कानूनगो और मामे खान भी शामिल हुए. एआर रहमान देश में क्षेत्रीय संगीत को मिले प्रोत्साहन पर कहा, ‘इंसान का दिमाग सशक्तीकरण के साथ काम करता है और मुझे लगता है कि अगर मन सशक्त हो तो कुछ भी किया जा सकता है.’ उन्होंने कहा कि कोई भी गाना बनाते समय आपको यह अहसास होना चाहिए कि जिसे मैं बनाने जा रहा हूं, वह सबसे अच्छा गाना है, और सभी लोग इसे पसंद करेंगे.
सीजन 3 से ‘वंडरमेंट’ की करें उम्मीद
संगीतकार ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हर भाषा महत्वपूर्ण है. किसी की किस्मत कभी भी चमक सकती है. किसी भी कलाकार को कभी भी कम नहीं आंकना चाहिए. मीडिया द्वारा पूछे जाने पर कि सीजन 3 से क्या उम्मीद की जाए, इस पर रहमान ने कहा कि मैं माइकल जैक्सन के पसंदीदा शब्द वंडरमेंट का इस्तेमाल करना चाहूंगा. लोगों को सीजन 3 से ‘वंडरमेंट’ की उम्मीद करनी चाहिए. सभी कंटेस्टेंट एक-साथ कुछ नया लेकर आएंगे और चमकेंगे.
‘रोजा’ के गानों से मशहूर हुए थे एआर रहमान
संगीतकार ने 1991 में अपना खुद का म्यूजिक रिकॉर्ड करना शुरु किया था. उन्होंने 1992 में फिल्म रोजा में अपने संगीत का जादू दिखाया. इस फिल्म के संगीत ने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई. इस म्यूजिकल हिट के लिए रहमान को फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला. संगीतकार ने दिल से, रंगीला, ताल, पुकार, फिजा, लगान, मंगल पांडे, स्वदेश, रंग दे बसंती, जोधा-अकबर, जाने तू या जाने ना, तहजीब, बॉम्बे, युवराज, स्लम डॉग मिलेनियर और गजनी जैसी फिल्मों में अपना संगीत दिया है. एआर रहमान ने देश की आजादी के 50 साल पूरे होने पर 1997 में ‘वंदे मातरम्’ एलबम बनाया, जिसे लोगों का भरपूर प्यार मिला.
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FIRST PUBLISHED : May 31, 2024, 16:05 IST