Apara Ekadashi 2024: अपरा एकादशी का व्रत आज यानि 02 जून, रविवार के दिन रखा जा रहा है. अपरा एकादशी (Apara Ekadashi 2024) का व्रत ज्येष्ठ माह (Jyeshtha Month 2024) के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ता है. मान्यता है इस व्रत को रखने से व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो जाता है.
अपरा एकादशी 2024 तिथि (Apara Ekadashi 2024 Tithi)
- एकादशी तिथि 2 जून, 2024 को सुबह 05:04 मिनट पर शुरु हो चुकी है.
- वहीं एकादशी तिथि का समापन 3 जून, 2024 को सुबह 02:41 मिनट पर होगा.
- वहीं अपरा एकादशी व्रत का पारण कल 3 जून, 2024, सोमवार के दिन किया जाएगा.
- व्रत पारण (Vrat Parana) का समय सुबह 08:05 से 08:10 मिनट तक रहेगा.
अपरा एकादशी 2024 व्रत कथा (Apara Ekadashi Vrat Katha)
कथा के अनुसार महीध्वज नाम का एक दयालु, उदार राजा था. उसका एक छोटा भाई था, क्रूर, अधर्मी और अन्यायी ब्रजध्वज, जो राजा या अपने बड़े भाई से जलता था. ब्रजध्वज हमेशा अपने भाई को नुकसान पहुंचाना चाहता था. एक बार उसने नफरत में आकर राजा को मार दिया और उसके शव को एक जंगली पीपल के पेड़ के नीचे दफना दिया.
राजा की असामयिक मृत्यु के बाद राजा प्रेतात्मा के रुप में पीपल के पेड़ पर रहने लगा.एक बार धौम्य ऋषि ने पूछा की तुम प्रेत कैसे बन गए?”मुनीश्वर ने सुझाव दिया कि ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की एकादशी को अचला एकादशी का व्रत करने से राजा को मुक्ति मिल गई और उसे स्वर्ग में स्थान प्राप्त हुआ.
अपरा एकादशी की कथा पढ़ने या सुनने से मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिलती है, साथ ही अपार सुखों की प्राप्ति होती है. श्री हरि विष्णु जी के साथ-साथ मां लक्ष्मी जी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
अपरा एकादशी पर किस चीज का दान करें (Apara Ekadashi Daan)
अपरा एकादशी पर तिल का दान करना बहुत शुभ माना गया है. इस दिन तिल का दान करने से भय से मुक्ति मिलती है. तिल से साथ अन्न का दान भी करना चाहिए. जरुरतमंदों को वस्त्र, छाता और बिस्तर का दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. जल का दान करना भी शुभ शुभ होता है.
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