नंद किशोर गुर्जर ने लिखा पत्र
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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस सुरक्षा वापस मिलने पर अपर मुख्य सचिव गृह को आभार जताते हुए पत्र लिखा है। इसी के साथ उन्होंने एक बार फिर से अपर मुख्य सचिव गृह से पूछा है कि वे जनपद में रहे या अन्य राज्य में शरण ले। भाजपा विधायक ने इसका जवाब 24 घंटे में देने के लिए कहा है।
नंद किशोर गुर्जर ने 8 जून को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘आपसे कई बार भेंट व आपको दूरभाष पर सुरक्षा को लेकर अवगत कराने के बाद गाजियाबाद पुलिस आयुक्त द्वारा दो सुरक्षाकर्मी मेरे आवास पर आज भेजे गए और हर दो घंटे में लोकेशन भेजने के लिए कहा। आज मैं अपने आवास पर नहीं था लेकिन मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि आपको महान कृपा के बदौलत तीन महीने से पुलिस आयुक्त के निर्देश पर हटाए गए हमारे सुरक्षाकर्मी आज मेरे आवास पर पहुंचे।’
भाजपा विधायक ने लगाए थे गंभीर आरोप
इससे पहले नंद किशोर गुर्जर ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि पुलिस अफसरों ने उनके सुरक्षाकर्मी हटा लिए हैं। इसके बाद विधायक ने अपर मुख्य सचिव गृह को पत्र लिखकर कहा कि पुलिस अफसर विपक्षियों के साथ मिलकर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं।
विधायक ने पत्र में पुलिस आयुक्त और अन्य अफसरों पर और भी आरोप लगाए। लिखा, पुलिस लाइन से मेरे आवास पर सुरक्षाकर्मियों को यह कहकर भेजा जाता था कि आप वहां पहुंचकर लोकेशन के साथ अपनी फोटो भेजें और यह लिखकर दे दें कि विधायक ने हमें अपनी सुरक्षा में रखने से मना कर दिया है। विधायक का आरोप है कि यह सब उन्हें चुनाव प्रचार से दूर रखने और उनकी हत्या कराने के लिए किया गया।
विधायक का कहना है कि इसी तरह का षडयंत्र मुरादनगर के भाजपा विधायक अजीतपाल त्यागी के साथ भी किया गया। हालांकि, अजीतपाल त्यागी की ओर से ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया गया है। लोनी विधायक का कहना है कि अफसर अनुशासनहीनता की हद पार कर रहे हैं। उनके सुरक्षाकर्मी नहीं हटाए जाने का बयान देकर बयान बहादुर बन रहे हैं।