सांकेतिक तस्वीर
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शिक्षक भर्ती घोटाले में फरार चल रहे अंतरजनदीय गैंग के मास्टरमाइंड पिता-पुत्र को एसआईटी ने वाराणसी और महराजगंज से गिरफ्तार कर लिया है। पिता हरेंद्र पांडेय चित्रकूट इंटर कॉलेज वाराणसी में गणित का शिक्षक था। अभ्यर्थी तलाशने और उनसे सेटिंग करने का काम संभालता था। बेटा प्रकाश पांडेय महराजगंज के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में लेक्चरर है। लेनदेन का काम प्रकाश पांडेय ही देखता था। रुपये इसी के खाते में आते थे। दोनों से पूछताछ में एक सेवानिवृत डीआईओएस और डीआईओएस कार्यालय कानपुर के दो बाबुओं के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने एसीपी कर्नलगंज कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि कर्नलगंज थाना पुलिस ने वाराणसी के जैतपुरा निवासी हरेंद्र पांडेय और उनके बेटे प्रकाश पांडेय को गिरफ्तार किया गया है। हरेंद्र पांडेय और इसके पहले जेल भेजे गए लालजी के बीच 30 साल से संबंध थे। लालजी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में बाबू था। हरेंद्र का काम बोर्ड में पड़ता रहता था, इस वजह से दोनों संपर्क में आ गए थे। पहले जेल भेजे गए मिर्जापुर के दिनेश कुमार पांडेय और अभिनव त्रिपाठी डीआईओएस से संबंधित काम देखते थे। हरेंद्र अभ्यर्थी तलाशने और फिर उनकी नियुक्ति कराने के लिए सेटिंग करता था। साथ ही बेटे प्रकाश के बैंक खाते में रुपया जमा कराता था। इसके बाद प्रकाश पूरा लेनदेन संभालता था। नौ शिक्षकों की भर्ती में पांच हरेंद्र के संपर्क के थे, तो चार दिनेश और अभिनव के।