ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक
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ब्रिटेन के आम चुनाव के लिए तीन सप्ताह से भी कम समय बचा है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वे इतने कम समय में देश के मतदाताओं का मूड और माहौल बदल पाएंगे। कारण है कि सर्वेक्षणों में कीर स्टार्मर के नेतृत्व में वामपंथी विपक्षी लेबर पार्टी को कंजर्वेटिव पार्टी के अपेक्षा दोहरे अंकों की बढ़त हासिल है। लेबर पार्टी की 14 साल बाद सत्ता में वापस लौटने की संभावनाएं मजबूत हो रही हैं। इस दौरान ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी से पांच अलग-अलग प्रधानमंत्री 14 वर्षों से सत्ता में रहे हैं। माहौल बदलने के सुनक के प्रयासों का कोई बड़ा प्रभाव पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। अब तक के अभियान में वे सबसे बड़ी गलती यह कर चुके हैं कि उन्होंने डी-डे आक्रमण की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर 6 जून को फ्रांस में एक अंतरराष्ट्रीय समारोह में शामिल न होने का निर्णय लिया था। इसके लिए वह तब से माफी मांग रहे हैं।
सुनक ने यूके की पार्लियामेंट को 30 मई को ही भंग कर दिया था। वहां अब 650 संसद सदस्यों के लिए चुनाव होने हैं। हालांकि, ब्रिटेन की मौजूदा कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार का कार्यकाल दिसंबर में पूरा होना था। लेकिन उन्होंने 6 माह पहले ही संसद भंग कर चुनाव की घोषणा कर दी।
लेबर पार्टी जीती तो स्टार्मर बन सकते हैं पीएम
सर्वेक्षणों के आगे चल रही लेबर पार्टी यदि इस बार सत्ता में आती है तो पूर्व मानवाधिकार वकील और विपक्ष के कद्दावर नेता कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। सत्ताधारी पार्टी के सांसद बड़े पैमाने पर पहले ही पलायन कर चुके हैं और कई ने हार मान ली है। अब तक लगभग 129 सांसद दोबारा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर चुके हैं, इनमें से 77 सांसद सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के हैं।