मृतक संजय
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आगरा के थाना बरहन क्षेत्र के गांव रुपधनू में संजय (43) ने फंदे पर झूलकर जान दे दी। मृतक के परिजनों ने कोतवाली सादाबाद पुलिस पर उसका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने संजय को किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामले में गिरफ्तार कर धारा 151 के तहत उसका चालान किया था। इससे आहत होकर ही संजय ने आत्महत्या की है।
सादाबाद कोतवाली क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली में 25 मई को तहरीर दी थी। तहरीर में लक्ष्मण एवं उसकी बहन प्रीती पत्नी दिनेश सिंह निवासी सादाबाद पर पुत्री को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस किशोरी को खोजने में जुट गई। इस सिलसिले में पुलिस ने आगरा जिले के बरहन थाना क्षेत्र के गांव रूपधनू निवासी संजय सिंह को 10 जून को पूछताछ के लिए उठाया था। संजय लक्ष्मण का रिश्ते में जीजा लगता है। 11 जून को संजय का शांति भंग में चालान कर दिया गया। एसडीएम न्यायालय ने संजय को जमानत पर छोड़ दिया । 22 जून की सुबह उसका शव गांव के पास ही पेड़ से लटका मिला।
संजय के भाई प्रमोद ने आरोप लगाया है कि पुलिस के उत्पीड़न से तंग आकर उनके भई ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही आगरा की बरहन थाना पुलिस घटनास्थल पहुंच गई। पुलिस ने शव को पेड़ से उतारने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने सादाबाद कोतवाली के इंस्पेक्टर, उपनिरीक्षक और सिपाही पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा कर दिया और शव को पेड़ से नही उतरने दिया। सूचना पर हाथरस से एएसपी अशोक कुमार व सीओ सिटी रामप्रवेश राय भी पहुंच गए और परिजनों से वार्ता की।
परिजनों से वार्ता के बाद मामले की जांच के लिए सीओ सिटी को नामित किया गया है। जांच में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। -अशोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस।