दिल्ली के निर्माणाधीन मुंबई एक्सप्रेस-वे के पास की तस्वीर
– फोटो : भूपिंदर सिंह
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मानसूनी बारिश से यमुना के बढ़ते जलस्तर के बीच अभी भी दिल्ली में इसका बाढ़ क्षेत्र अवरोध मुक्त नहीं है। नदी के प्रवाह में बाधाएं कई जगहों पर हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत यमुना पर निर्माणाधीन पुलों के पास है। बारापुला एक्सटेंशन व आरआरटीएस के निर्माण क्षेत्र के आस पास मिट्टी और निर्माण सामग्री के ऊंचे-ऊंचे टीले लगे हुए हैं। ऐसे ही दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण स्थल पर भारी मात्रा में निर्माण सामग्री और विध्वंसक मलबा पड़ा है।
बीते साल मानसून सीजन में दिल्ली वासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। विशेषज्ञों के मुताबिक यमुना बाढ़ क्षेत्र में भारी मात्रा में पड़ा मलबा दिल्ली में आई बाढ़ की सबसे अहम वजह रही। पहाड़ों पर तेज बारिश होने के बाद जब पानी दिल्ली पहुंचा तो यहां यमुना के बाढ़ क्षेत्र में फैले निर्माण व विध्वंसक मलबे, मिट्टी के टीले के चलते यमुना की धारा अपनी गति से बढ़ने के बजाय पीछे की ओर फैलने लगी। दिल्ली में 45 वर्ष का पुराना रिकॉर्ड तोड़कर यमुना का जलस्तर 207.81 मीटर तक पहुंचा।