कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
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सपा ने इंडिया गठबंधन के तहत महाराष्ट्र में 12 और हरियाणा में 5 विधानसभा सीटों पर दावा किया है। इसके एवज में कांग्रेस को यूपी विधानसभा उपचुनाव में दो सीटें मिल सकती हैं। सूत्र बताते हैं कि सपा नेतृत्व ने भविष्य के लिए कांग्रेस को अपना फलसफा भी समझा दिया है- ‘एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो’।
यूपी विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर महाराष्ट्र और हरियाणा के आम विधानसभा चुनावों के साथ ही चुनाव होने की संभावना है। इन राज्यों के आम चुनाव अक्तूबर में होना तय माना जा रहा है। कांग्रेस ने भी गठबंधन के तहत यूपी विस उपचुनाव में सीटें मांगी हैं।
यूपी में एक सीट सीसामऊ (कानपुर) सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने से रिक्त हुई है, जबकि नौ विधायक अब लोकसभा सांसद बन चुके हैं। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी अभी सपा के पास थीं। वहीं, खैर, गाजियाबाद व फूलपुर भाजपा, मझवा निषाद पार्टी और मीरापुर रालोद ने जीती थीं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नजदीकी राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि अगर महाराष्ट्र और हरियाणा में उनकी पार्टी का दावा स्वीकार किया गया तो यूपी में गाजियाबाद और मिर्जापुर की मझवा सीट कांग्रेस को देने पर विचार हो सकता है।
हरियाणा में सपा ने जींद, महेंद्र नगर, गुड़गांव और रेवाड़ी जिलों की पांच विधानसभा सीटें मांगी हैं। सपा नेतृत्व का कहना है कि इन सीटों पर मुस्लिम व यादव जाति के मतदाता बहुतायत में हैं, जिससे समीकरण उनके पक्ष में हैं। ये वो सीटें हैं, जो कांग्रेस लगातार तीन-चार चुनावों से हार रही है।
महाराष्ट्र में इन 12 सीटों पर ठोंका दावा
महाराष्ट्र में मानखुर्द शिवाजी नगर व भिवंडी पूर्व विधानसभा सीट अभी सपा के पास हैं। इन दो सीटों के अलावा भिवंडी पश्चिम, मालेगांव सेंट्रल, वरसोवा, औरंगाबद पूर्व, धुले, अकोला वेस्ट, नागपुर सेंट्रल, करंजा, जलगांव जामोद, रावेर और अमरावती सीटों पर अपना दावा ठोंका है।