पीड़ा बताते छात्रा रामरेखा और छात्र आदित्य
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उत्तर प्रदेश के आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि में छात्रों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक ओर विवि में स्नातक परास्नातक की परीक्षाएं चल रही हैं। वहीं दूसरी ओर स्नातक व परास्नातक कोर्सों में प्रवेश के लिए पंजीकरण चल रहे हैं। ऐसे में दूसरे विवि में प्रवेश के इच्छुक छात्र-छात्राओं को माइग्रेशन के लिए महीनों चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। वहीं विषय विशेष के अंक न जुड़े होने से भी छात्र फेल ही माने जाते हैं। विद्यार्थी राष्ट्र गौरव एवं एनवायरमेंटल स्टडीज नंबर प्राप्त करने के लिए चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
आंबेडकर विवि में विद्यार्थियों को हर एक काम के लिए खासा संघर्ष करना पड़ता है। फिर चाहे वो परीक्षा परिणाम हो या अंक तालिका। कभी परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद वेब और हार्ड कॉपी के नंबरों में अंतर नजर आता है तो कभी अंक तालिका में कुल योग में गड़बड़ी। कभी विषय के अंक जोड़ना रह जाते हैं तो कभी छात्र या अभिभावक के नाम आदि में गलतियां होना आम है।
इन दिनों अन्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र दूसरे विवि में प्रवेश के लिए प्रयासरत हैं। ऐसे में विवि में माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए काफी छात्र आ रहे हैं। भीषण उमस में छात्र-छात्राएं घंटों अपने काम के लिए एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय तक भटकते नजर आते हैं। मंगलवार को भी विवि में विद्यार्थी माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए भटकते नजर आए।
नहीं मिली अंकतालिका
एमएससी अंतिम की अंकतालिका अब तक नहीं मिली है। मार्कशीट में एनवायरमेंटल स्टडीज के अंक नहीं जुड़े हैं। वही लेने का प्रयास कर रहा हूं। तीसरा चक्कर है लेकिन आज भी कुछ उम्मीद नजर नहीं आ रही। – आदित्य कुमार, फर्रुखाबाद
लगा रही हूं चक्कर
सुबह 8 बजे ही विवि आ गई थी। बीएससी 2020 में की है। एमएससी में दूसरे विवि में प्रवेश लेना है। माइग्रेशन सर्टिफिकेट के बगैर प्रवेश नहीं होगा। चक्कर लगा-लगाकर परेशान हो गई हूं। – रामरेखा, धौलपुर
जीर्णोद्धार चल रहा है
विवि के गोपनीय विभाग का जीर्णोद्धार चल रहा है। इसलिए संबंधित विभागों को शिफ्ट करना पड़ रहा है। सभी कागजात को सुरक्षित रखवाने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। छात्र-छात्राओं की सुविधाओं के लिए भी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। शिफ्टिंग के कारण काम की गति धीमी है लेकिन काम लगातार हो रहा है। – प्रो. पीके सिंह, कुलसचिव (कार्यवाहक)