अयोध्या पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम का जिलाधिकारी ने स्वागत किया।
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को नकारने वाले अब अयोध्या को अपमानित करने के साथ बदनाम करने की साजिशें रच रहे हैं। ऐसा करने वालों ने ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को ठुकरा दिया था। इनकी बातों में कोई वजन नहीं है। ये सिर्फ झूठ और फरेब के सहारे भ्रम फैला रहे हैं।
सीएम साय शनिवार को अपनी कैबिनेट के सदस्यों के साथ रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे थे। इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की नगरी है। वहां भगवान राम का ननिहाल है। मामा प्रदेश से हम लोग आज छत्तीसगढ़ की खुशहाली की प्रार्थना करने आए हैं। हम सौभाग्यशाली हैं कि प्रभु श्रीराम ने 14 साल के वनवास का ज्यादा समय करीब 10 वर्ष छत्तीसगढ़ में बिताया। वहीं माता शबरी के झूठे बेर भी खाए थे।
इसके पहले एयरपोर्ट पहुंचने पर प्रदेश सरकार की ओर से खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा और जिला प्रशासन की ओर से डीएम नितीश कुमार ने बुके भेंटकर उनका स्वागत किया। भाजपा की ओर से महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, रुदौली विधायक रामचंद्र यादव, भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव व भाजपा के वरिष्ठ नेता अभय सिंह ने स्वागत किया। इस बीच गोसाईगंज के सपा विधायक अभय सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए और उन्होंने भी सीएम की अगवानी की।
यहां से सीएम और उनके कैबिनेट के सदस्य हाईवे पर स्थित एक होटल में पहुंचे। यहां थोड़ा विश्राम करने के बाद ई-बस और अन्य वाहनों से अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। सबसे पहले रामलला के दरबार में पूजन-अर्चन किया। यहां सीएम साय ने आराध्य को साष्टांग दंडवत किया। साथ ही अपने साथ लाई माता शबरी की पवित्र धरती शिवरीनारायण के बेरों की टोकरी समर्पित की।
इसके साथ ही विष्णुभोग चावल, कोसा वस्त्र, कारी लड्डू, अनरसा, चिरौंजी और सीताफल समेत अन्य सामग्री भी रामलला को भेंट की। यहां से सीएम समेत सभी मंत्रियों ने हनुमानगढ़ी में श्रद्धा निवेदित की। इसके बाद सरयू का दर्शन-पूजन कर आरती उतारी। साथ ही दुग्धाभिषेक और जलाभिषेकं किया।