रामगंगा पुल पर यातायात रोकने की तैयारी
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रामगंगा पुल के दो पिलरों की बेयरिंग खिसकने से खतरा बढ़ गया है। लोनिवि ने सुरक्षा के लिए डीएम को पत्र भेजकर वाहनों के आवागमन को बंद करने का अनुरोध किया है। वहीं पुल के निरीक्षण के लिए शुक्रवार को मुंबई से विशेषज्ञों की टीम आएगी। इसके बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
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डियर पार्क के नजदीक रामपुर रोड पर रामगंगा नदी पर आवागमन के लिए 1960 में पुल का निर्माण किया गया था। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एसपी सिंह ने पुल की जांच की तो पाया कि पिलर संख्या सात और ग्यारह की बेयरिंग अपने स्थान से खिसक गई हैं।
इसके चलते पुल हिल नहीं रहा है। सामान्य तौर पर वाहनों के आवागमन पर पुल हिलना चाहिए, लेकिन बेयरिंग खिसकने से ऐसा नहीं हो रहा था। बेयरिंग की गैपिंग बढ़ने पर मशीन से भी जांच की गई। इसके बाद लोक निर्माण विभाग ने मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह को इसकी जानकारी दी।
इस मामले में पुल का निरीक्षण करने के लिए मुंबई के आईआईटी के विशेषज्ञ डॉ. गोपाल राय की टीम को बुलाया गया है। शुक्रवार को टीम आएगी। टीम सभी पिलरों की जांच कर रिपोर्ट देगी। इसी आधार पर पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेंजेगे।
लोनिवि के अधीक्षण अभियंता ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुल पर वाहनों के आवागमन को बंद करने के लिए डीएम अनुज सिंह को पत्र भेजा है। डीएम पुलिस अधिकारियों से बात कर आवागमन बंद करने का निर्णय लेंगे।
आरटीओ कार्यालय के पास अस्थायी बस अड्डे से चलेंगी बसें
रामगंगा पुल पर आवागमन बंद होने की स्थिति में रोडवेज प्रबंधन ने आरटीओ कार्यालय के पास अस्थायी बस अड्डा बनाने का निर्णय लिया है। पीतलनगरी बस अड्डे से चलने वाली बसें संभल रोड स्थित अस्थायी बस अड्डे से ही चलेंगी।
बरेली, रामपुर, लखनऊ, पीलीभीत, उत्तराखंड, आगरा, अलीगढ़, चंदौसी, बदायूं जाने वाली बसें संभल रोड से जाएंगी। पीतलनगरी डिपो के एआरएम प्रेम सिंह ने बताया कि रामगंगा पुल पर आवागमन बंद होने पर बसों का संचालन अस्थायी बस अड्डे से किया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
दो पुलों के बंद होने से बिगड़ जाएगी यातायात व्यवस्था
गांगन पुल के बाद रामगंगा पुल पर आवागमन बंद होने से शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ जाएगी। रामगंगा पुल से प्रतिदिन 23 हजार वाहनों का आवागमन होता है। शहर में उत्तराखंड, ठाकुरद्वारा और बरेली की तरफ से आने वाला सबसे सुलभ मार्ग यही है। इस मार्ग पर फोर लेन जैसा वाहनों का दबाव है।
दिल्ली रोड पर बने गांगन पुल को पहले ही बंद किया जा चुका है, हालांकि, यहां पहले ही नया पुल बन चुका है, लेकिन रामगंगा पुल बंद होने से पंडित नगला बाईपास मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ेगा। लोगों को पांच किलोमीटर घूमकर शहर में आना होगा।
50 साल पुराने पुलों की जांच में मिली गड़बड़ी
शासन ने 50 साल पुराने पुलों की जांच कर लोनिवि से रिपोर्ट मांगी थी। इसी अभियान के तहत अधीक्षण अभियंता ने जिले के सभी पुलों की जांच करनी शुरू की है। इसके बाद गांगन और रामगंगा पुल की स्थिति के बारे में पता चल सका। जांच के दौरान अभी अन्य पुलों में भी गड़बड़ी मिलने की संभावना है।