सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बदायूं के पूर्व सांसद सलीम इकबाल शेरवानी का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। फरवरी में राज्यसभा टिकट वितरण में पीडीए की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए सलीम शेरवानी ने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने बदायूं में अपने समर्थकों की बैठक करके अगला निर्णय लेने का एलान भी किया था, लेकिन बताते हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने उन्हें मना लिया। साथ ही उनसे बदायूं लोकसभा में सपा प्रत्याशी व अपने पुत्र आदित्य यादव के लिए समर्थन भी लिया।
इसके बाद सलीम इकबाल शेरवानी ने औपचारिक रूप से किसी संगठन का गठन नहीं किया। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद सपा अपने मुस्लिम वोट बैंक को और भी मजबूत करने में जुट गई है। सपा सूत्रों के मुताबिक इसी रणनीति के तहत सलीम शेरवानी को भी आश्वासन दिया गया है कि भविष्य में उनके सम्मान का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
सलीम शेरवानी का बदायूं और आसपास के जिलों में मुसलमानों के बीच ठीक-ठाक प्रभाव माना जाता है। यही वजह है कि सपा नेतृत्व ने उन्हें मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका इस्तीफा अस्वीकार करते हुए कहा है कि पहले की तरह आप समाजवादी पार्टी का सहयोग करते रहें और अपना इस्तीफा पार्टी के हित में वापस लें।