काशी खंडोक्त व्यासेश्वर महादेव का मंदिर।
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मोक्ष की नगरी काशी में भगवान शिव अपने भक्तों को मोक्ष प्रदान करते हैं। काशी की धरती पर देवी-देवताओं के साथ ही ऋषि मुनियों ने भी तपस्या की और शिवलिंग स्थापित किए। ऐसे ही एक हैं व्यासेश्वर महादेव। इसके दर्शन मात्र से धरती के किसी भी कोने में मरने वाले को मोक्ष प्राप्ति का वरदान मिल जाता है।
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बुलानाला रोड कर्णघंटा मोहल्ले में काशी खंडोक्त व्यासेश्वर महादेव का मंदिर स्थापित है। स्कंद पुराण में इसका वर्णन मिलता है और काशी खंड के अध्याय 53, 92,93, 95 और 97 में इस शिवलिंग का विस्तार से वर्णन किया गया है।
18 पुराणों की रचना करने वाले महर्षि वेदव्यास ने व्यासेश्वर महादेव को स्थापित किया है। व्यासजी ने यहीं पर व्यासकूप स्थापित किया और इस कूप के पानी से स्नान करने के बाद तर्पण करने से पितरों को शांति मिलती है।
काशी खंड के अनुसार भगवान शिव ने स्वयं ने वरदान दिया है कि व्यासेश्वर महादेव की पूजा व दर्शन मात्र से धरती पर कहीं भी मृत्यु हो तो मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। व्यासेश्वर महादेव की पूजा करने वाले का ना तो कभी ज्ञान भ्रष्ट होता है और ना ही वह व्यक्ति कभी पापों के फेर में पड़ता है।