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नई दिल्ली. भारतीय संगीत की प्रतिष्ठित शख्सियतों में दो नाम हमेशा लिए जाएंगे, वो नाम हैं मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर. दोनों ने अपनी आवाज के जादू से लोगों में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. 31 जुलाई साल 1980 में आज ही के दिन मोहम्मद रफी इस दुनिया को अलविदा कह गए. ‘लिखे जो खत तुझे’, ‘बागो में बहार है’, ‘दीवाना हुआ बादल’, ‘आने से उसके आए बहार’, जैसे 5000 गानों को अपनी आवाज देने वाले मोहम्मद रफी के यूं को कई किस्से कहानियों को आपने पढ़ी होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की स्वर कोकिला यानी लता मंगेशकर एक बार उनका 36 का आंकड़ा हो गया था. दोनों में ऐसी लड़ाई हुई कि फिर 3 सालों तक दोनों ने साथ में एक भी गाना नहीं गया.