कांग्रेस जातीय जनगणना को बना रही है मुद्दा।
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कांग्रेस जातिगत जनगणना कराने और आरक्षण पर लगी 50 फीसदी की सीमा हटाने, सामाजिक न्याय सहित विभिन्न मांगों को लेकर हर मंडल में सम्मेलन करेगी। इसकी शुरुआत रविवार को कानपुर से होने जा रही है। कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव में जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय के मुद्दा कारगर साबित हुआ। इसकी वजह से इंडिया गठबंधन को काफी फायदा हुआ।
ऐसे में पार्टी इस मुद्दे को खोना नहीं चाहती। इसी रणनीति के तहत कांग्रेस पिछड़ा विभाग, अल्पसंख्यक विभाग और फिशरमैन विभाग की ओर से 26 जुलाई से छह अगस्त तक हस्ताक्षर अभियान चलाया गया और एक लाख से अधिक हस्ताक्षर वाले पत्र राज्यपाल के जरिये राष्ट्रपति को भेजे गए। अब पार्टी की ओर से मंडलीय सम्मेलन की शुरुआत की जा रही है।
पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने बताया कि रविवार को कानपुर के काकादेव में मंडलीय सम्मेलन होगा। इस सम्मेलन में जातिगत जनगणना और आर्थिक सर्वे, आरक्षण पर लगी 50 फीसदी की सीमा को हटाने, एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण न करने, वक्फ कानून में बदलाव न करने, नौकरी में निजीकरण बंद करने आदि की मांग की जाएगी। यह सम्मेलन 11 सितंबर तक चलेगा।
कब-कब कहां होगा सम्मेलन
पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने बताया कि 11 को कानपुर में मंडलीय सम्मेलन होने के बाद 13 को झांसी, 15 को गोरखपुर, 18 क वाराणसी, 20 को मुरादाबाद, 22 को मेरठ, 25 को अलीगढ़ और 27 को आगरा में होगा। इन सम्मेलनों में पिछड़ा वर्ग के साथ ही अल्पसंख्यक और फिशरमैन विभाग के पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे।