मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह
– फोटो : एएनआई (फाइल)
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मणिपुर में पिछले साल मई में हुई मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा को शांत कराने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। 15 महीने बाद अब मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि वह कुकी जो समुदाय की सबसे बड़ी जनजाति थाडौ समूह के लोगों को राजधानी इंफाल में आमंत्रित करने के बारे में सोच रहे हैं। उधर, मणिपुर के नवनियुक्त राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने कार्यभार संभालने के बाद सोमवार को चुराचांदपुर शहर का दौरा किया। राज्यपाल आचार्य ने शांति के महत्व को रेखांकित किया और नेताओं को आश्वासन दिया कि कुकी समुदाय की चिंताओं का समाधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री सिंह ने सोमवार को विधानसभा में कहा, मैं थडौ जनजाति के लोगों को इंफाल में आमंत्रित करने के बारे में सोच रहा हूं। हमारी जनजाति के लोगों ने भी इंफाल आने में रुचि व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में हमार बंधुओं के साथ सकारात्मक चर्चा की। उन्होंने आपसी सहमति से कहा कि दोनों समुदायों के बीच संघर्ष गलतफहमी के कारण हुआ है। उन्होंने अपना रुख अपना लिया है और वे सरकार के साथ शांति वार्ता करेंगे।
अन्य समुदायों से भी संपर्क करने की कोशिश में सरकार: सिंह
सीएम सिंह ने कहा कि सरकार राज्य में शांति बहाल करने के अपने प्रयासों के तहत अन्य समुदायों से भी संपर्क कर रही है। नागा विधायक और मंत्री भी सहायता दे रहे हैं और मैं इसकी सराहना करता हूं। इस दौरान उन्होंने उन समूहों की आलोचना की, जिन्होंने सरकार को खराब छवि में दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने ऐसे सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि जो विरोध रैलियां आयोजित कर रहे हैं, वह ऐसा न करें। उन्होंने ऐसे सदस्यों से आह्वान किया कि हम विस्थापित लोगों की तब तक सेवा करें, जब तक कि वह स्थायी रूप से अपने घरों में वापस न लौट जाएं।