काशी में बाबा विश्वनाथ मां अन्नपूर्णा मंदिर में भोजन करते हैं तो विशालाक्षी में विश्राम करते हैं। आइए जानते हैं बाबा श्री काशी विश्वनाथ की दिनचर्या…
kashi vishwanath dham
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भगवान शिव अपने भक्तों के कल्याण के लिए कण-कण में विराजमान हैं। बाबा विश्वनाथ भी अपने भक्तों के साथ उनके कल्याण के लिए सुबह से रात तक काशी की गलियों में भ्रमण करते हैं। मां अन्नपूर्णा का दरबार बाबा विश्वनाथ की भोजनशाला है और दोपहर में वह मां विशालाक्षी के मंदिर में विश्राम के लिए जाते हैं।
काशीखंड के अनुसार बाबा विश्वनाथ ने स्वयं कहा है कि मेरे लिंगपूजन का प्रधान स्थान अविमुक्तेश्वर हैं, वहां पर यदि कोई मनुष्य एक बार भी पूजा कर ले तो कृतकृत्य हो जाता है। काशीखंड और लिंगपुराण के अनुसार बाबा विश्वनाथ सुबह की संध्या ओंकारेश्वर मंदिर में करते हैं। पठानी टोला में टीले पर ओंकारेश्वर महादेव का मंदिर विराजमान है। मंदिर में एक भी संध्या करने से मनुष्यों के समस्त पाप दूर हो जाते हैं।
आनंद कानन काशी ढूंढे टीम के सदस्य अजय शर्मा ने बताया कि मणिकर्णिका तीर्थ पर मध्याह्न में बाबा विश्वनाथ मां पार्वती और सभी देवताओं के साथ स्नान करने जाते हैं और यहीं पर अपने भक्तों को मुक्ति प्रदान करते हैं। मणिकर्णिका तीर्थ को ब्रह्मांड की नाभि भी कहा जाता है।