चीनी याक
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जिले में स्थित भारतीय क्षेत्र के दजोमोलुंग देमचोक में चीन के 40 याक घुस आए हैं। ये फिलहाल स्थानीय निवासियों के कब्जे में हैं। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच इस नई घटना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
चुशुल के पार्षद कॉनचोक स्टैनजिन ने सोशल मीडिया के जरिए इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। स्टैनजिन ने कहा, हमें इन याकों की वापसी के लिए उचित तंत्र की आवश्यकता है।
कुछ साल पहले हमने भी अपने याक चीन के क्षेत्र में खो दिए थे, जो अब तक वापस नहीं मिले हैं। उन्होंने इस स्थिति पर चिंता जताई। इन याकों की उपस्थिति ने भारत और चीन के बीच सीमा क्षेत्रों को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवादों को बढ़ा दिया है। दज़ोमोलुंग देमचोक विवादित क्षेत्र रहा है, जहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच अक्सर घुसपैठ और झड़प की रिपोर्ट आती रहती है।
पार्षद की अपील के जवाब में स्थानीय अधिकारी इस स्थिति को हल करने और समाधान की तलाश में चर्चाओं की शुरुआत करने की उम्मीद कर रहे हैं। यह स्थिति सीमा विवाद की नाजुकता और इस तरह के क्षेत्रीय मुद्दों को प्रबंधित करने में शामिल जटिलताओं को रेखांकित करती हैं।
जैसे-जैसे चर्चाएं आगे बढ़ने की संभावना है, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय यह देखेगा कि दोनों राष्ट्र इस नए घटनाक्रम को कैसे संबोधित करते हैं। फिलहाल न तो भारतीय और न ही चीन के अधिकारियों ने इस पर कोई औपचारिक बयान जारी किया है।