आरपीएफ के जवानों की हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपी।
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एसटीएफ ने जिन बदमाशों को पकड़ा है, उनकी पहचान बिहार के पटना के खागुल थाना के नैउरा कॉलोनी के पंकज कुमार, बीहटा थाना के भगवतीपुर के प्रेमचंद वर्मा, जानीपुर के विनय कुमार और शाहपुर दानापुर थाना के उसरी बाजार के विलेंद्र पासी के रूप में हुई है। विलेंद्र पासी रेलवे का ट्रैकमैन है। उसे शराब तस्कर गिरोह का सरगना बताया जा रहा है।
गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक सरकारी 9 एमएम की पिस्टल, सात कारतूस, मृत एक आरपीएफ जवान का पर्स और एक कार बरामद की गई है। मामले में पुलिस को शराब तस्कर गिरोह के नौ अन्य बदमाशों की तलाश है। पुलिस के मुताबिक जिस वक्त जवानों को ट्रेन से फेंका गया था, तब उसकी गति 100 किलोमीटर प्रतिघंटा थी।
गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र में देवकली गांव के पास डाउन लाइन पर 200 मीटर की दूरी पर 20 अगस्त की सुबह आरपीएफ के जवानों के शव नग्न और अर्धनग्न अवस्था में मिले थे।
दोनों जवानों की पहचान दिलदारनगर थाना क्षेत्र के देवैधा गांव के मोहम्मद जावेद और बिहार के आरा जिले के करप निवासी प्रमोद कुमार के रूप में हुई थी। घटना की सूचना पाकर यूपी एसटीएफ भी सक्रिय हुई।