Ganesh Chaturthi 2025 Date: गणेश उत्सव का पर्व हर साल बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ पूरे देश में मनाया जाता है. भाद्रपद माह (Bhadrapad Month) के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरु होने वाला यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है.
साल 2024 में गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) की शुरुआत 7 सितंबर, शनिवार 2024 से हो रही है, और 17 सितंबर 2024 को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन इस पर्व का समापन होगा.
गणेश चतुर्थी 2024 तिथि (Ganesh Chaturthi 2024 Tithi)
- चतुर्थी के दिन तिथि 06 सितंबर, 2024 को दोपहर 3:01 मिनट पर लग जाएगी
- वहीं चतुर्थी तिथि अगले दिन 07 सितंबर, 2024 शनिवार को शाम 5:37 मिनट पर समाप्त होगी.
गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन वर्जित क्यों?
गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करना वर्जित माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है ऐसा करने से मिथ्या दोष लगता है. इस दिन चंद्रमा देखने से व्यक्ति पर चोरी का झूठा आरोप लग सकता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण पर भी चोरी का झूठा आरोप लगा था, क्योंकि उन्होंने भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को चंद्रमा देखा था.
एक दिन पूर्व यानि 6 सितंबर को वर्जित चन्द्रदर्शन का समय दोपहर 3:01 से रात 8:16 मिनट तक रहेगा.
कुल अवधि जिसकी – 05.15 मिनट रहेगी.
गणेश चतुर्थी 2024 पूजन विधि (Ganesh Chaturthi 2024 Pujan Vidhi)
- गणेश चतुर्थी के दिन पूजन विधि का ध्यान रखना बहुत जरुरी है.
- इस दिन नहाकर साफ वस्त्र धारण करें.
- घर में उत्तर या पूर्व दिशा में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें.
- गणेश जी की पूजा में जरुरी साम्रगी को जरुर रखें.
- हल्दी, दूर्वा घास, इत्र, मोदक, चंदन, अक्षत जरुर रखें.
- गणेश जी को धूप-दीप और फूलों की माला पहना कर पूजा का आरंभ, शुभ मुहूर्त में करें.
इन बातों का रखें ख्याल
अगर आप भी इस साल गणेश जी की मूर्ति घर लाने की सोच रहे हैं तो इस बात का खास ख्याल रखें कि गणेश जी की मूर्ति मिट्टी की होनी चाहिए. गणेश जी की मूर्ति को घर लाते समय उसे साफ कपड़े से ढक कर लाएं. अपने पूजा स्थान में जल से भरा कलश स्थापित करें.
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