बाढड़ा में प्रवासी मजदूरों की झुग्गी।
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हरियाणा के चरखी दादरी के गांव हंसावास खुर्द के पास संरक्षित पशु मांस मिलने के मामले में साबिर की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोपियों को पुलिस रिमांड के बाद रविवार को दोबारा अदालत में पेश किया जाएगा। आरोपियों में अभिषेक उर्फ शाका, रविंद्र उर्फ कालिया, मोहित, कमलजीत व साहिल उर्फ पप्पी के अलावा दो नाबालिग हैं। नाबालिग फरीदाबाद बाल सुधार गृह में हैं। दो नाबालिगों को छोड़कर बाकी पांचों आरोपियों को पुुलिस ने पूछताछ और साक्ष्य जुटाने के लिए रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान पुलिस को क्या मिला, इस संबंध में बताने से पुलिसकर्मियों ने इन्कार कर दिया है।
गत मंगलवार को पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिला निवासी सुजाउद्दीन सरदर ने हत्या के मामले में शिकायत दर्ज कराया था। उसने पुलिस को बताया कि वह और उसका रिश्तेदार बाढड़ा में जुई रोड पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहते हैं। वे कूड़ा बीनने का काम करते हैं। उसकी बहन शकीना सरदर भी अपने पति साबिर मलिक के साथ बच्चों सहित बाढड़ा में रहती है।
शिकायतकर्ता ने बताया था कि 27 अगस्त को कुछ लड़कों ने साबिर मलिक को कबाड़ बेेचने के बहाने बस स्टैंड की तरफ बुलाया था। उक्त लड़कों ने उनके जानकार असम निवासी असीरुद्दीन को भी कुछ देर बाद बुला लिया। वहां उनके साथ डंडों से मारपीट की गई । इसके बाद वे साबिर को बाइक पर उठाकर ले गए। बाद में गांव भांड़वा के समीप साबिर मलिक का शव मिला। आरोप है कि साबिर मलिक व असीरुद्दीन को बुरी तरह से पीटा गया था। चोट लगने से साबिर मलिक की मृत्यु हुई थी।
मजदूरों को नहीं होने दी जाएगी दिक्कत
शनिवार को एसपी पूजा वशिष्ठ ने हंसावास खुर्द में प्रवासी मजदूरों से मिलकर हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। एसपी ने आश्वासन दिया है कि मजदूर यहां रहें, उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। बता दें कि एसपी के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। रविवार को पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद उन्हें अदालत में दोबारा पेश किया जाएगा।