Lakshmi Puja on Friday: हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन समर्पित है. इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. मां लक्ष्मी की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती है.
मां लक्ष्मी हैं सहस्त्र रूपा सर्वव्यापी
मां लक्ष्मी को धन-वैभव की देवी कहा गया है. लेकिन इनकी पूजा से केवल धन की कमी ही दूर नहीं होती, बल्कि जीवन की समस्त परिस्थितियों के अनुकूलता के लिए मां लक्ष्मी का पूजन किया जा सकता है. शास्त्रों (Shastra) में मां लक्ष्मी को सहस्त्र रूपा सर्वव्यापी कहा गया है. इसमें मां लक्ष्मी को धन, स्वास्थ्य, पराक्रम, सुख, संतान, आनंद, दीर्घायु, भाग्य, पत्नी, राज्य और वाहन लक्ष्मी बताया गया है.
शुक्रवार के दिन ही मां लक्ष्मी की पूजा क्यों?
शुक्रवार का दिन देवियों को समर्पित है. मान्यता है कि शुक्रवार के दिन किए पूजा-व्रत से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती है और आशीर्वाद देती है. इसलिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है. मां लक्ष्मी के साथ ही शुक्रवार का दिन संतोषी माता (Santoshi maa), देवी दुर्गा (Goddess Durga), वैभवलक्ष्मी, महालक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है.
मां लक्ष्मी पूजा महत्व
हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी की पूजा केवल धन-धान्य में वृद्धि के लिए ही नहीं की जाती है. बल्कि मां लक्ष्मी के पूजन से समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है.
शुक्रवार के दिन करें ये काम
- शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आप सफेद रंग की वस्तुओं का दान करें.
- शुक्रवार की पूजा में मां लक्ष्मी को विवाहित स्त्रियां सुहाग से जुड़े सामान अर्पित करें.
- शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के चरणों में कमल का फूल चढ़ाएं और मखाना व बताशे का भोग लगाएं. इससे मां लक्ष्मी का वास सदैव आपके घर पर रहेगा.
- शुक्रवार की शाम घर के मुख्य द्वार पर एक घी का दीप जरूर जलाएं.
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