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शाइन सिटी घोटाले में ईडी ने शुक्रवार को 29 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया। प्रयागराज स्थित ये संपत्तियां घोटाले के मास्टरमाइंड राशिद नसीम के करीबी हिमांशु कुमार की हैं। हिमांशु ने प्रयागराज के मशहूर बिल्डर संजीव मिश्रा के साथ प्रोजेक्ट में निवेशकों की रकम को निवेश किया था।
बता दें कि ईडी इस मामले में अब तक करीब 190 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त कर चुका है। हालांकि इनका बाजार मूल्य कई गुना ज्यादा है। ईडी ने राशिद नसीम के करीबी प्रयागराज निवासी हिमांशु कुमार को बीती 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था। हिमांशु से पूछताछ में पता चला कि उसने राशिद के इशारे पर कई शेल कंपनियां खोली थीं। इसमें राशिद ने निवेशकों से जुटाई रकम को ट्रांसफर किया था। बाद में इसे चल-अचल संपत्तियों में निवेश किया गया।
ईडी ने बिल्डर संजीव मिश्रा को भी तलब कर पूछताछ की। इसमें भी निवेश के आरोप सही पाए जाने पर हिमांशु की संपत्तियों को जब्त करने का निर्णय किया गया। ईडी ने जांच के बाद हिमांशु द्वारा नारायण इन्फ्राहाइट्स में निवेश की गई 26 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों के साथ 2.10 करोड़ रुपये की व्यवसायिक संपत्ति (कार्यालय) और एक करोड़ रुपये कीमत की कृषि योग्य भूमि को जब्त किया है। मामले में अब तक 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
40 करोड़ रुपये किए थे निवेश
ईडी की जांच में सामने आया है कि हिमांशु ने बिल्डर संजीव मिश्रा के प्रोजेक्ट में करीब 40 करोड़ रुपये निवेश किए थे। उसने अधिकारियों को बताया था कि वह वर्ष 2013 से राशिद के साथ जुड़ा था। उसके इशारे पर कई फर्जी कंपनियों को खोलकर निवेशकों द्वारा जमा रकम को इनमें डायवर्ट करता था। निवेशकों को इसकी वजह जमीन खरीदने के लिए अग्रिम भुगतान बताई जाती थी। हिमांशु ने हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज एसएन शुक्ला की ट्रस्ट की भूमि को शाइन सिटी को बिकवाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसकी ईडी जांच कर रहा है। जल्द ही हिमांशु से जुड़ी कंपनियों की बाकी चल-अचल संपत्तियों को भी जब्त किया जाएगा।