करनपुर गांव में कटान करती बहगुल नदी
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बरेली जिले में रामगंगा नदी के जलस्तर को प्रभावित कर रही नदियों में बैराज से मंगलवार को 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। फिलहाल, बीते 24 घंटे में जलस्तर पर कोई खास असर नहीं हुआ, लेकिन अधिकारी अगले 48 घंटे में जलस्तर बढ़ने का अनुमान जता रहे हैं। उधर, बहगुल नदी भी उफान पर बह रही है। कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
बाढ़ खंड से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को रामगंगा का जलस्तर 161.6 मीटर दर्ज किया गया जो सोमवार के सापेक्ष 0.2 मीटर ज्यादा है। रामगंगा नदी के जलस्तर को प्रभावित करने वाली नदियों में मंगलवार को खो बैराज से 8,134, कोसी से 9,090, लालपुर बियर से 14,732, गोला से 3,286, कैमरी से 2,619, दूनी डाम से 12,988 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा नदी के तटबंध सुरक्षित हैं।
बहगुल नदी में समाए दो मकान
मीरगंज तहसील क्षेत्र के गांव करनपुर में बहगुल नदी के कटान से दो घर नदी में समा चुके हैं। कई घर नदी के कटान की जद में हैं। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पेड़ों की टहनियां लगाकर धार की गति को कम करके कटान रोकने का प्रयास किया। नदी के कटान को देखते हुए गांव में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन पहले से ठोकरें लगा देता तो गांव में कटान नहीं हो पाता।