महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर सत्यपाल मलिक का बड़ा दावा
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पूर्व भाजपा नेता और कई राज्यों के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक का भाजपा के खिलाफ हमला लगातार जारी है। मुंबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करे हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम भाजपा के ताबूत में आखिरी कील के रूप में काम करेंगे।
महाराष्ट्र-हरियाणा चुनावों में देरी के लिए केंद्र पर बरसे
इस कार्यक्रम सत्यपाल मलिक के साथ शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और समाजवादी पार्टी के अबू आजमी समेत कई प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता शामिल थे। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव में देरी के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि विपक्षी दलों से हारने के डर से ऐसा किया जा रहा है।
वहीं सत्यपाल मलिक ने भविष्यवाणी की कि कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगभग 60 सीटें हासिल कर सकती है, जबकि भाजपा को केवल 20 सीटें मिल सकती है।
पुलवामा हमले की व्यापक जांच की दोहराई मांग
इसके अलावा, सत्यपाल मलिक ने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले की व्यापक जांच के लिए अपना आह्वान दोहराया। उन्होंने कहा, मैं पुलवामा हमले की जांच की मांग करता हूं ताकि पता चल सके कि हमारे सैनिक कैसे मारे गए और कौन जिम्मेदार था। इस त्रासदी के लिए एक भी व्यक्ति को परिणाम नहीं भुगतना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमले के तीसरे दिन से ही पुलवामा की घटना का राजनीतिकरण कर दिया, मतदाताओं से मतदान करते समय शहीदों को याद करने का आग्रह किया। भाजपा ने उनके दावों का विरोध करते हुए तर्क दिया है कि उनके पास अपने राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान कार्रवाई करने का अधिकार था, जो उस वर्ष फरवरी से अक्टूबर तक चला।
केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग का लगाया आरोप
सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि उन्हें केंद्र सरकार से उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान उनका पांच बार तबादला किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि धमकियों के बावजूद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई और उन्हें आवास देने से मना कर दिया गया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सरकार पर उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।