इस्राइल ने लेबनान पर किए हवाई हमले
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इस्राइल और लेबनान के बीच जारी लड़ाई दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। बीते दिन इस्राइल के कई शहरों पर रॉकेट हमले किए गए हैं। वहीं, हिजबुल्ला के रॉकेटों ने इस्राइल के तीसरे सबसे बड़े शहर हाइफा पर हमला किया। हिजबुल्ला ने दावा किया कि उसने इस्राइल पर कुल 135 फादी-1 मिसाइलें दागीं। वहीं, लेबनान की राजधानी बेरूत में आईडीएफ के हमलों के बाद इस्राइली सेना ने दक्षिणी बेरूत के लोगों के लिए नया अलर्ट जारी किया है। आईडीएफ ने वहां के लोगों से इलाके को खाली करने के लिए कहा है।
इस्राइली सैन्य प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर लोगों से अपने-अपने घरों को छोड़ने के लिए कहा। इससे पहले, अविचाई अद्राई ने चेतावनी दी थी कि इस्राइली सेना बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में दो क्षेत्रों- बुर्ज अल-बरजनेह और हदथ में हमला करेगी, जो हिजबुल्ला के ठिकानों और हितों के पास स्थित हैं।
आसमान में फैल गई नारंगी रोशनी
गौरतलब है कि हिजबुल्ला ने गाजा संघर्ष की पहली वर्षगांठ के मौके पर मध्य इस्राइल के कई शहरों को निशाना बनाते हुए मिसाइल हमले किए। वहीं, सोमवार शाम (स्थानीय समयानुसार) को बेरूत के आसमान में एक और विस्फोट हुआ, जिससे आसमान में लगभग एक सेकंड के लिए रोशनी हुई और उपनगरों में नारंगी रोशनी फैल गई। दिन के दौरान, बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर कई हमलों की आवाजें भी सुनी गईं। बेरूत में यह विस्फोट इस्राइली सेना के निर्देश के बाद हुआ।
हमले का सायरन बजते ही छिपने के लिए भागते दिखे लोग
वहीं, दूसरी ओर इस्राइल जब सात अक्तूबर की बरसी मना रहा था तब यमन से उसपर मिसाइल हमले किए गए। इस दौरान तेल अवीव सहित पूरे मध्य इजराइल में हवाई हमले के सायरन गूंज उठे। वहीं, ये सायरन बजते ही लोग बचने के लिए भागते देखे गए। इसके वीडियो भी सामने आए हैं। इनमें देखा जा सकता है कि हवाई हमले के सायरन बजते ही लोग छिपने के लिए भाग रहे हैं। जब मिसाइल चेतावनी जारी की गई तो कई पत्रकार जमीन पर लेट गए। एक अन्य वीडियो में, एक मॉल में लोग हवाई मिसाइल हमले के बाद छिपने के लिए भागते देखे गए।
हमास और इस्राइल के बीच युद्ध?
हमास ने बीते साल सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमला कर दिया था। इस आतंकवादी हमले में 12 सौ लोग मारे गए थे और लगभग ढाई सौ लोगों को बंधक बनाया गया था। इसके बाद इस्राइल ने जवाबी कार्रवाई की, जो अभी भी जारी है। अब तक फलस्तीन में 40 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा के 23 करोड़ निवासियों में से अधिकांश विस्थापित हो गए हैं।